गाजियाबाद। अलीगढ़ में एटीएस द्वारा पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी समेत कई हिंदू नेताओं के टारगेट पर होने की बात कुबूली है। इसकी जानकारी मिलने के ाद यति ने दुनियाभर के इस्लामिक मौलानाओं और धर्मगुरुओं को शास्त्रार्थ की चुनौती दी है।
यति ने अपने बयान में कहा है कि मोहम्मद और कुरान के बारे में यदि मेरी कही एक भी बात अगर इस्लामिक किताबों या मुस्लिम विद्वानों के भाषणों से सिद्ध ना हुई तो मैं इस्लाम के जिहादियों के लिये अपना कत्ल क्षमा कर दूंगा। अगर मेरी एक भी बात गलत निकली तो मैं अपने शिष्यों से कहकर मरुंगा कि मेरी हत्या के लिये किसी पर भी कोई मुकदमा ना किया जाए। बुधवार को डासना देवी मंदिर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने एक बयान जारी किया। उन्होंने हिंदुओं से कहा, अपने धर्म के लिये लड़ें। धर्म केवल बलिदानों से ही बचता है।
जिहाद की चुनौती करें स्वीकार
यति ने यह भी कहा है कि इस्लाम की सच्चाई बताने की कीमत हर व्यक्ति को जान देकर चुकानी पड़ती है। अगर इसके लिये मेरा बलिदान होता है तो यह सबके लिये गर्व की बात है। सभी हिंदू अपने धर्म, परिवार और अस्तित्व की रक्षा के लिये जीवन की परवाह किये बिना इस्लाम के जिहाद की चुनौती को स्वीकार करें।
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