गाजियाबाद। थाना नंदग्राम पुलिस ने अधिवक्ता से मारपीट करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त की गई कार भी पुलिस ने बरामद की है।
दरअसल सीएमओ कार्यालय के जिला समन्वय पीसीपीएनडीटी कार्यालय में तैनात अधिवक्ता उमेश गुप्ता पर 4 नवंबर को अपने घर जा रहे थे। तभी 6 लोगों ने जानलेवा हमला किया था। अधिवक्ता उमेश गुप्ता की तहरीर पर थाना नंदग्राम में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू की। इसी दौरान पुलिस ने प्रवेश गुर्जर विनय तोमर और विजय को गिरफ्तार किया है। अधिवक्ता उमेश गुप्ता ने इन सभी लोगों पर जान से मारने की नीयत से हमला करने की तहरीर दी थी। उमेश गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावर अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच से नाराज चल रहे थे। जिसको लेकर 6 हमलावरों ने उन पर जाने पर हमला किया। जबकि घटना में शामिल अल्ट्रासाउंड सेंटर का मालिक जो की घटना का मुख्य आरोपी है वह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस का दावा है कि जल्दी उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।
ये रंजिश पाले बैठे थे आरोपी
अधिवक्ता उमेश गुप्ता पर सीएमओ कार्यालय में हुए जानलेवा हमले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए। जिन्होंने पुलिस को बताया उन लोगों की अधिवक्ता उमेश गुप्ता से तब से रंजिश हो गई जब से अल्ट्रासाउंड को लेकर रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में सेक्स डिटरमिनेशन टेस्ट के आरोपी के चलते रिपोर्ट लगाई गई थी। इसलिए हम छह लोगों ने इकट्ठा होकर उमेश गुप्ता पर जानलेवा हमला किया।
जल्द होगी मुख्य आरोपी की भी गिरफ्तारी
मामले में एसीपी नंदग्राम रवि प्रकाश ने बताया की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अधिवक्ता उमेश पर हमला करने की बात स्वीकार की है। हमलावरों के पास से घटना में इस्तेमाल की गई एक कार भी बरामद हुई है। गिरफ्तार किए गए प्रवेश गुर्जर पर कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं। जिस वक्त अधिवक्ता उमेश गुप्ता पर हमला हुआ उसे वक्त वह अपने घर जा रहे थे। अधिवक्ता पर हमला करने वाले शेष अपराधियों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी
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