गाजियाबाद। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा जिन लोगों ने इंजीनियरिंग संस्थान पांचवे-छठे दशक में स्थापित कर दिए थे, उन लोगों ने एक लंबी दूरी तय कर ली। इस दूरी को तय करने में हम लगभग 40-50 वर्ष पीछे रह गए। उसका प्रभाव प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। प्रदेश पिछड़ता गया।
मुख्यमंत्री मुरादनगर क्षेत्र के काइट ग्रुप ऑफ इन्सटीट्यूशन की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर सिल्वर जुबली समारोह में शामिल हुए। कहा कि जब विकास एजेंडे का हिस्सा नहीं होता है तो परिवारवाद और जातिवाद उस पर हावी होता है। गुंडागर्दी हावी होती है। फिर इसकी चपेट में पूरी व्यवस्था को आना पड़ता है। जब हम समय से दो कदम आगे चलकर सोचते हैं तो उसके सुखद परिणाम सामने आते हैं। कुछ सालों पहले तक स्पेस साइंस के कोर्सेज दक्षिण भारत में संचालित होते थे। मुझे खुशी है कि संभवतः काइट कॉलेज यूपी का पहला शिक्षण संस्थान है, जहां स्पेस साइंस की पढ़ाई हो रही है। मैं बहुत पहले से एकेटीयू से टैक्नोलॉजी वाले कोर्स शुरू करने के लिए कहता रहा हूं। हमें नए कोर्स लेकर चलना ही होगा। अगर न्यू कोर्स नहीं आएंगे तो हम टैक्नोलॉजी में पिछड़ जाएंगे।
हम टैक्नोलॉजी को चलाएं, टैक्नोलॉजी हमें नहीं
योगी ने कहा, साल-2019 में प्रयागराज के कुंभ में 24 करोड़ भीड़ का आगमन एक बड़ा चौलेंज था। हमने टैक्नोलॉजी का उपयोग करके कुंभ की भव्यता, सुरक्षा और दिव्यता दिखाई। आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हर क्षेत्र में बड़ी भूमिका साबित कर सकता है। इसी तरह ड्रोन एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नई क्रांति लाया है। जिस उर्वरक को छिड़कने में किसान का पूरा दिन निकल जाता था, वही काम ड्रोन 10 मिनट में कर देता है। लेकिन ये ध्यान रखना होगा कि हम टैक्नोलॉजी को संचालित करें, न कि टैक्नोलॉजी हमें।
2014 से पहले देश में थी अराजकता
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, साल-2014 के पहले कैसा भारत हमारे सामने था। देश अश्विवास, अव्यवस्था, अराजकता और पहचान के संकट से गुजर रहा था। पब्लिक में व्यवस्था के प्रति आक्रोश था। आज 140 करोड़ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा करते हैं। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री एवं गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह, यूपी सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, महापौर सुनीता दयाल, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, स्थानीय विधायक अजीतपाल त्यागी आदि मौजूद रहे।
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