गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में जय श्रीराम बोलने पर छात्र को मंच से उतारकर बेइज्जत करने की आरोपी प्रोफेसर डॉ. ममता गौतम व डा. श्वेता को शर्मा को कालेज प्रबंधन ने सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले कालेज की वेबसाइट हैक करके उस पर प्रोफेसर की तस्वीर को शूर्पणखा की तरह लगाया गया था।
एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में कल्चरल प्रोग्राम के दौरान मंच पर एक छात्रा ने जय श्री राम का नारा लगाया तो कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ ममता गौतम ने उसे मंच से नीचे उतार दिया। छात्र को जय श्री राम बोलने पर मंच से नीचे उतरने को लेकर जमकर बवाल हुआ और बयान बाजी भी शुरू हो गई। पूरे मामले पर लोनी विधानसभा से विधायक नंदकिशोर गुर्जर महिला प्रोफेसर पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने की मांग की। विधायक ने मांग की कि अगर कॉलेज प्रशासन ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया तो हम लोग कॉलेज का गेट बंद करेंगे। वहीं महिला प्रोफेसर ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर जय श्री राम के नारे से हमें कोई आपत्ति नहीं है। हम भी सनातनी हैं। हम भी भगवान श्री राम को मानते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बारे में तरह-तरह की वीडियो वायरल की जा रही। जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान हूं।
गेट पर पढ़ी गई हनुमान चालीसा, फोर्स तैनात
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ता कॉलेज के गेट पर पहुंच गए। अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी अपने समर्थकों संग कॉलेज पहुंचे। वे कॉलेज गेट बंद करके वहीं धरना देकर बैठ गए। गेट पर एक बैनर लगा दिया। जिस पर लिखा था- जय श्री राम बोलना अपराध है। कार्यकर्ताओं ने वहीं पर हनुमान चालीसा पढ़ी। इसके बाद कॉलेज निदेशक संजय सिंह निकलकर बाहर आए। उन्होंने जानकारी दी कि दोनों प्रोफेसरों को कॉलेज से निलंबित किया गया है। इस पर कार्यकर्ता शांत हुए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
विधायक ने दी थी तालाबंदी की धमकी
इस मामले पर लोनी क्षेत्र से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ंने कहा, महिला प्रोफेसर को लेकर पूरे देश में उबाल है। ऐसे प्रोफेसर को कॉलेज से निकालकर तुरंत गिरफ्तार कर लेना चाहिए। कॉलेज अगर खुद प्रोफेसर पर मुकदमा नहीं करवाता है तो कॉलेज को चलने नहीं दिया जाएगा। इस कॉलेज पर ताला डालने का काम हम खुद करेंगे। प्रोफेसर पर एनएसए के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. तरुण अरोरा ने बताया कॉलेज की वेबसाइट रिकवर कर ली गई है। सभी तरह का डेटा पूरी तरह सुरक्षित है। इस मामले में कॉलेज प्रशासन की तरफ से साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई जा रही है।
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