गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हाथी बिदक गया है। हाथी कथित तौर पर भाजपा विधायक विपिन सिंह का बताया जाता है। हाथी के हमले में उसका महावत भी घायल हुआ है। महावत उसे जंजीर डालकर बांधने की कोशिश कर रहा था। महावत की यह हालत देख उसकी देखरेख करने वाले भी वहां से भाग निकले।
हाथी इस समय विनोद वन में है। मामले की जानकारी मिलते ही डीएफओ विकास यादव के नेतृत्व में वन विभाग के साथ ही दमकल, पशु चिकित्सकों की टीम पहुंची। 15 महावत भी विनोद वन पहुंचे हैं। सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने कुसम्ही जंगल को सील कर दिया है। कूड़ाघाट जाने वाले रास्ते को ब्लाक कर दिया गया है। कुशीनगर की तरफ जाने वाले वाहनों को देवरिया मार्ग से होकर निकाला जा रहा है। हाथी को काबू करने के लिए वन विभाग की टीम ट्रैंक्यूलाइज करने की तैयारी कर रही है। ताकि समय रहते उसे बेहोश किया जा सके। गंगाराम हाथी किसी भी व्यक्ति को देखकर या आहट सुनते ही आक्रामक हो जा रहा है। गुरुवार को उसने पैरों में बांधी गई जंजीर तोड़ दी थी। उसके महावत मुस्तफा ने आवाज लगाई तो गंगाराम ने उसे दौड़ा लिया था। डीएफओ विकास यादव ने बताया कि हाथी को काबू करने की कोशिश की जा रही है। सीनियर अधिकारियों से बात करने के बाद ट्रेंकुलाइज गन से बेहोश करने की तैयारी है।
महावत समेत चार हो चुके शिकार
गंगाराम अब तक चार लोगों की जान ले चुका है। इनमें उसका महावत शब्बीर भी शामिल है। सात महीने पहले उसे गोरखपुर के मोहम्मदपुर माफी गांव में कलशयात्रा के लिए बुलाया गया था। वहां पर वह भीड़ को देखकर भड़क गया। अचानक हुई इस घटना के बाद कई लोग चोटिल हुए थे। जबकि तीन लोगों की जान भी चली गई थी। घटना के बाद आयोजन रद्द कर दिया गया था। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद हाथी को काबू किया जा सका था।
महावत की टूटी हड्डी
शुक्रवार को हुए हमले में महावत मुस्तकीन उर्फ मंगू की कमर की हड्डी टूटी है। मंगू मूलरूप से बड़हलगंज के साखूखोर गांव का रहने वाला है। वह हाथी के मुख्य महावत का ममेरा भाई है। उसका बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। फिलहाल हाथी को काबू करने की कोशिशें जारी हैं।
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