नई दिल्ली। इजराइल-हमास में चल रही जंग के बीच इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों को सरकार सकुशल वापस भारत लाने की तैयारी में है। गुरुवार को आपरेशन अजय के तहत पहली फ्लाइट इजराइल को रवाना होगी और वहां से भारतीयों को लेकर लौटेगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसकी पुश्टि की है।
तमाम भारतीय लोग इजराइल में फंसे हुए हैं। इनके परिजन काफी चिंतित हैं। यूपी के भी कुछ लोग वहां किसी तरह खुद को बचाकर वतन वापसी की राह देेख रहे हैं। इसके लिए सभी लोग भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं। इधर, भारत भी आपरेशन अजय की आज शुरूआत कर देगा। ताकि सभी भारतीयों को समय रहते वापस लाया जा सके। इधर, इजराइल में हमास के खिलाफ यूनिटी गवर्नमेंट बन गई है। ये जंग के वक्त बनती है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, वॉर कैबिनेट में 3 मेंबर्स हैं। वहीं, अलजजीरा के मुताबिक भारतीय समयानुसार रात करीब 10 बजे लेबनान बॉर्डर से घुसपैठ हुई है। यहां पैराग्लाइडर्स पर 15 लड़ाकों को देखा गया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल-लेबनान बॉर्डर से लगे 3 शहरों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
लेबनान से भी सीधी टक्कर
10 अक्टूबर को लेबनान से 15 रॉकेट दागे गए। ये रॉकेट इजराइल के पश्चिमी शहर गलील और दक्षिणी तटीय शहर अश्कलोन में गिरे। जवाबी कार्रवाई में इजराइली सेना ने लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के 3 ठिकानों पर हमला किया है। इससे पहले 8 अक्टूबर को पहली बार लेबनान बॉर्डर से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर गोलीबारी की थी और बम दागे थे।
देइफ के भाई की मौत का दावा
इसके पहले इजराइल पर फिलिस्तीन ने फास्फोरस बम दागने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि इजराइली सेना ने गाजा से लगे हुए अल-करामा शहर पर प्रतिबंधित फास्फोरस बम का इस्तेमाल किया। वहीं, इजराइली एयरफोर्स ने बताया है कि उन्होंने हमास कमांडर मोहम्मद देइफ के पिता के घर पर अटैक किया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में देइफ के भाई की मौत हुई है। इजराइल और हमास की जंग में अब तक 2,150 लोगों की मौत हुई है। इनमें से करीब 1,200 इजराइली हैं। वहीं अब तक करीब 950 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है। गाजा पर इजराइल के हमले में न्छ के 9 कर्मचारी मारे गए हैं।
अमेरिका करेगा दोगुनी मदद
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्ध के हालात की जानकारी ली। बाइडेन ने व्हाइट हाउस से अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका इजराइल के साथ है। इजराइल में एक हजार लोगों की अमानवीय तरह से हत्याएं की गई हैं। इनमें 14 अमेरिकी नागरिक मारे गए। इजराइल में नरसंहार हुआ है। इजराइल को इस हमले का जवाब देने का अधिकार है। अमेरिका का पहला ट्रांसपोर्ट प्लेन गोला-बारूद के साथ इजराइल के नेवातिम एयरबेस पर पहुंच चुका है।
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