नई दिल्ली। शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की रिमांड कोर्ट ने तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। ईडी ने मंगलवार को पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया था।
यहां कोर्ट को बताया गया कि संजय सिंह के खिलाफ घूस मांगने के सबूत हैं। वे हिरासत में सवालों के सही जवाब नहीं दे रहे। जांच में भी सहयोग नहीं कर रहे। जब उनसे फोन के डेटा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर कोर्ट ने रिमांड की अवधि बढ़ा दी है। कोर्ट ले जाते समय सांसद ने कहा कि ईमानदार लोग हमारे साथ हैं, जबकि बेईमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं। ईडी ने चार अक्टूबर को संजय सिंह के घर करीब 10 घंटे तक चली छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पांच अक्टूबर को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से कोर्ट ने उन्हें 10 अक्टूबर तक की रिमांड पर भेज दिया था। शराब घोटाले की चार्जशीट में संजय सिंह का भी नाम है। इसी केस में मनीष सिसोदिया जेल में हैं।
ये हुए सवाल-जवाब
कोर्ट में ईडी ने कहा कि संजय सिंह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इस पर कोर्ट ने पूछा कि पांच दिन बाद भी मोबाइल डेटा क्यों नहीं मिला है। इस पर ईडी के अफसरों का पक्ष था कि वो अपने पुराने फोन के बारे में नहीं बता रहें हैं। यही बाधा आ रही है। कोर्ट ने छापेमारी के स्थान पूछे तो इसके जबाव में अफसरों ने स्पश्ट किया कि कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। हमारे पास उन लोगों के बयान भी हैं, जिनके यहां तलाशी ली गई। कई लोगों ने संजय सिंह का नाम लिया है। एक शराब कारोबारी से 4 करोड़ रुपए की मांग की गई थी। कोर्ट ने संजय सिंह को मीडिया से बात न करने का आदेश भी दिया।
चार बार दर्ज है नाम
इसी साल जनवरी में ईडी ने अपनी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम जोड़ा था। इसको लेकर संजय सिंह ने काफी हंगामा मचाया था। दरअसल मई में संजय सिंह ने दावा किया कि ईडी ने उनका नाम गलती से जोड़ दिया है। जिस पर ईडी ने जवाब दिया कि हमारी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम चार जगह लिखा गया है। चार्जशीट में संजय सिंह पर 82 लाख रुपए का चंदा लेने का जिक्र है। इसको लेकर ही टीम बुधवार को उनके घर पहुंची और उनसे पूछताछ कर रही है। दिल्ली शराब नीति केस में ईडी की दूसरी सप्लिमेंट्री चार्जशीट 2 मई को जारी की गई थी। जिसमें आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा का भी नाम सामने आया था।
मोदी को बर्दाश्त नहीं हो रहे थे संजय
दिल्ली के सीएम केजरीवाल बोले कि ईमानदारी का रास्ता बहुत कठिन रास्ता होता है। इन लोगों ने हमें बदनाम करने की कोशिश की। कहते हैं 100 करोड़ का घोटाला है। 1000 से ज्यादा रेड मार चुके हैं, लेकिन अब तक एक चवन्नी तक नहीं मिली है। केंद्र सरकार सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबी है। कल जब इनकी सरकार नहीं रहेगी और इनके कारनामों की जांच की जाएगी तब पता चलेगा कि इन्होंने कितना भ्रष्टाचार किया है। उस भ्रष्टाचार के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर संजय सिंह की आवाज थी जो मोदी जी को बर्दाश्त नहीं हो रही थी।
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