दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (NH 9) पर बोलेरो की चेकिंग कर रहे ASI को कार ने टक्कर मार दी। घायल ASI को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस हादसे में बोलेरो चालक भी गंभीर रूप से घायल है उसे इलाज के लिए सफदरगंज अस्पताल में दाखिल कराया गया हैं।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ के अनुसार मूलरूप से बुलंदशहर के बमरौली गांव निवासी गंगासरन परिवार के साथ नांगलोई में रहते थे। उनकी तैनाती कल्याणपुरी थाने में थी। सोमवार शाम को वे नाइट ड्यूटी के लिए थाने आए थे। रात में एएसआई अजय तोमर चालक के साथ ईआरवी पर पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस दौरान सुबह 5:30 बजे गंगासरन ने शक के आधार पर एनएच-9 पर बोलेरो गाड़ी को जांच के लिए रोका।
उन्होंने ईआरवी को पिकअप के आगे खड़ा कर दिया। गंगासरन जिप्सी से उतरकर बोलेरो के पीछे जांच के लिए पहुंच गए। चालक रामगोपाल ने दरवाजा खोला तो बोलेरो में गमले व पौधे थे। बोलेरो को चंदर विहार, रणहौला जाना था। गंगासरन पेपर देखने लगे। इस बीच गाजियाबाद ही ओर से आई सफेद रंग की दिल्ली नंबर की होंडा अमेज कार ने गंगासरन और रामगोपाल को टक्कर मार दी। एएसआई अजय तोमर ने दोनों को एलबीएस अस्पताल पहुंचाया। यहां गंगासरन को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार चालक की तलाश शुरू कर दी है। बोलेरो और अमेज को कब्जे में लिया गया है।
अगले साल होने वाले थे सेवानिवृत्त
गंगासरन की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि अगले साल वे सेवानिवृत्त होने वाले थे। इसके बाद वे गांव जाने का मन बना रहे थे लेकिन शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था। वर्ष 1984 में गंगासरन हवलदार भर्ती हुए थे। बाद में तरक्की प्राप्त कर सब इंस्पेक्टर बन गए। दिल्ली में परिवार चंचल पार्क, नांगलोई में रह रहा है। परिवार में पत्नी उषा देवी के अलावा बेटे हरेंद्र, संजीव राजीव और बेटियां संतोष और वीना हैं। संतोष की शादी हो चुकी है। बाकी चारों बच्चे अलग-अलग कंपनी में प्राइवेट नौकरी करते हैं। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया। परिजन शव लेकर बुलंदशहर पैतृक गांव रवाना हो गए।
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