नई दिल्ली। डीएमके पार्टी के नेता उदयनिधि मारन के सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। बीजेपी प्रवक्ता संबिता पात्रा ने इस मुद्दे पर बुधवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, शिवसेना (UBT) के चीफ उद्धव ठाकरे और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। संबित पात्रा ने कहा कि ये वो लोग हैं, जो सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से करते हैं। देश की जनता लोकतांत्रिक माध्यम से इस सनातन विरोधी I.N.D.I.A गठबंधन को जवाब देगी।
संबित पात्रा ने कहा कि यही तो वो लोग हैं जो देश की सबसे बड़ी अदालत में भगवान राम को काल्पनिक बता चुके हैं। ये सभी बयान अनायास नहीं है बल्कि सोच समझ कर दिए गए हैं। इसलिए तो कभी भी बड़े नेता ने इन बयानों का खंडन नहीं किया है। सोनिया गांधी राहुल गांधी जैसे बड़े लोगों ने अब तक इसपर कुछ भी नहीं कहा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज हो रही I.N.D.I.A की बैठक पर भी तंज कसा है। उन्होंने कहा कि एनसीपी नेता शरद पवार के घर पर होने जा रही मीटिंग एंटी हिंदू कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक है। उन्होंने उद्धव ठाकरे के बयान को भी दोहराते हुए कहा कि उनका कहना है कि जब भव्य राम मंदिर बन जाएगा और हिंदू अयोध्या तो वापसी में उनके साथ गोधरा हो सकता है। इससे उनकी सोच पता चलती है।
उदयनिधि के बयान पर घमासान
उदयनिधि के बयान पर कई राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। बीजेपी ने कांग्रेस पर उदयनिधि के बयान की निंदा करने का दबाव बनाया। हालांकि, उदयनिधि ने बाद में दावा किया कि उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों के खिलाफ हिंसा का आह्वान नहीं किया था। बीजेपी ने इस मुद्दे पर विपक्षी ब्लॉक I.N.D.I.A पर भी निशाना साधा। वहीं, इसके आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह बयान सनातन धर्म का पालन करने वाली 80 फीसदी आबादी के ‘नरसंहार’ का आह्वान है।
Discussion about this post