जयपुर। नूंह हिंसा के आरोपी मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था, उस पर 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा से पहले भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने का केस है। बाद में कोर्ट ने उसे राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है। उससे नासिर-जुनैद हत्याकांड में पूछताछ की जाएगी। वहीं विश्व हिंदू परिषद ने मोनू मानेसर को ‘निर्दोष गोभक्त’ बताया है और आरोप लगाया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम वोटों के लिए मोनू मानेसर को गिरफ्तार कराया।
मोनू मानेसर को मंगलवार को आईएमटी मानेसर से हरियाणा पुलिस के सीआईए स्टाफ ने पकड़ा। नूंह कोर्ट ने मोनू मानेसर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मोनू की गिरफ्तारी का पता चलते ही राजस्थान पुलिस भी कोर्ट पहुंच गई। उसे जेल ले जाने से पहले ही राजस्थान पुलिस को उसकी ट्रांजिट रिमांड मिल गई। उसे लेकर राजस्थान पुलिस रवाना हो गई है।
वीएचपी ने मोनू मानेसर को लेकर क्या कहा?
वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, “निर्दोष गोभक्त मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि कुछ समय पहले ही राजस्थान पुलिस ने निर्दोष माना था। चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक के लिए गोभक्त मोनू की गिरफ्तारी हुई है, जो उन्हें बहुत भारी पड़ेगा। विश्व हिंदू परिषद गोभक्त मोनू मानेसर को हर प्रकार से सहायता करेगी और आवश्कता पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।”
हत्या के एक दिन पहले किडनैप हुए थे नासिर-जुनैद
राजस्थान के जिला भरतपुर के पहाड़ी इलाके के गांव घाटमीका निवासी नासिर (28) और जुनैद (33) को 15 फरवरी को किडनैप किया गया था। अगले दिन हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में दोनों के कंकाल बरामद हुए थे। इस मामले में दोनों के परिवार ने बजरंग दल से जुड़े गोरक्षक मोनू मानेसर और उसके साथियों पर मारपीट के बाद दोनों को जिंदा जलाकर मार देने का आरोप लगाया था। इसके बाद भरतपुर थाना पुलिस ने मोनू मानेसर सहित अन्य लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस भी दर्ज किया था। पुलिस इस केस में फरार 8 आरोपियों की फोटो भी जारी कर चुकी है।
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