नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन की 24 पार्टियां 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए सहमत हो गई हैं। सूत्रों ने बताया कि इन 24 पार्टियों की ओर से कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगी। यह निर्णय इंडिया गठबंधन फ्लोर लीडर्स की बैठक में लिया गया है।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगी और उन प्रमुख मुद्दों के बारे में बताएंगी जिन पर पार्टी चर्चा चाहती है। इस बारे में मंगलवार को कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक में फैसला लिया गया। कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन INDIA गुट के नेताओं को इस फैसले से अवगत कराया, जिन्होंने तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर गठबंधन के नेताओं मुलाकात की। कुछ नेताओं ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में खड़गे को सभी सदनों के नेताओं के हस्ताक्षर के साथ विपक्षी गठबंधन की ओर से लिखना चाहिए। पर कांग्रेस इच्छुक थी कि सोनिया गांधी सभी दलों की ओर से लिखें, जिस पर बाद में अन्य दल सहमत हो गए। माना जा रहा है कि पत्र में सोनिया गांधी महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर की स्थिति, अडानी प्रकरण में ताजा खुलासे, चीन के साथ सीमा गतिरोध और संघीय ढांचे पर हमले जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगी।
18-22 सितंबर तक संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र
इससे पहले पिछले हफ्ते केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 18-22 सितंबर तक संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र के बारे में जानकारी दी थी। हालांकि विशेष सत्र का एजेंडा अभी तक सामने नहीं आया है। वहीं, केंद्र सरकार ने देश में एक साथ चुनाव कराने की जांच करने और सिफारिशें करने के लिए शनिवार को आठ सदस्यीय समिति का गठन किया था।
एक देश, एक चुनाव की समिति के सदस्यों में पूर्व राष्ट्रपति कोविंद के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं। इसके अलावा लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आज़ाद, पूर्व वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष सी कश्यप, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल हैं।
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