नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब दो घंटे तक चली। योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर के निर्माण का काम देख रही पूरी टीम के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को यह जानकारी दी कि अयोध्या नगरी के विकास के लिए उत्तर प्रदेश ने क्या क्या काम किया है और कितना काम पूरा हो चुका है। सीएम योगी के साथ, उनकी कैबिनेट में शहरी विकास मंत्री ए के शर्मा, अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार और कमिश्नर गौरव दयाल भी थे। अफसरों ने प्रधानमंत्री के सामने अयोध्या में चल रहे काम का पूरा प्रेज़ेंटेशन दिया। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण प्रधानमंत्री को पहले ही दिया जा चुका है।
पीएम मोदी ने इन व्यवस्थाओं की ली जानकारी
पीएम मोदी ने अयोध्या में कितनी जमीन सरकार के पास उपलब्ध है इसकी जानकारी ली साथ ही पब्लिक इंफ्रस्ट्रक्चर को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने को कहा। पार्किंग और लोगो के रुकने से लेकर तमाम सुविधाओं को विकसित करने पर ध्यान देने को कहा। इसके अलावा टेंपल म्यूजियम बनाने को लेकर भी चर्चा हुई। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि मंदिर संग्रहालय बनाने के लिए नयाघाट से गुप्तारघाट के बीच जमीन देखी गई है। ब्रह्मकुंड गुरूद्वारा के पास भी एक जमीन चिन्हित की गई है। साथ ही नव्य अयोध्या योजना में भी जमीन देखी जा रही है। जहां जमीन चिन्हित की जाएगी वहां की मिट्टी की क्षमता जांचने के बाद काम शुरू होगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि संग्रहालय में मंदिर के विभिन्न पहलुओं जैसे उसके डिजाइन, निर्माण आदि को प्रदर्शित करने वाली अलग-अलग दीर्घाएं होंगी। इनमें देश के प्रसिद्ध मंदिरों की विशिष्टताओं और वास्तुकला को चित्रों और भित्ति चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित किया जाएगा। संग्रहालय में मंदिरों के प्राचीन मॉडल भी होंगे। डीएम ने कहा कि इस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म और इसकी विरासत के बारे में जागरूकता लाना है।
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