नई दिल्ली। विश्व कुश्ती संघ (यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग) ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित कर दी है। भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव नहीं होने की वजह से यह कार्रवाई की गई है। कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित होने के चलते आगामी विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान भारत के झंडे के तले नहीं खेलेंगे।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने अपने बयान में मई में भारतीय कुश्ती संघ से 45 दिनों के अंदर चुनाव करवाने को कहा था। लेकिन करीब 3 महीने होने के बाद भी चुनाव नहीं हुए हैं। इसी वजह से यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने यह एक्शन लिया है। भारतीय ओलंपिक संघ ने 27 अप्रैल को तदर्थ पैनल नियुक्त किया था और समिति को 45 दिनों के भीतर चुनाव कराने थे। पहले 7 मई को चुनाव होने थे लेकिन लेकिन खेल मंत्रालय ने इस प्रक्रिया को अमान्य घोषित कर दिया था।
आईओए के सूत्रों ने- यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने बुधवार की रात को तदर्थ पैनल को बताया कि कार्यकारिणी के चुनाव नहीं कराने के कारण डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया गया है। जुलाई में होने वाले चुनाव से पहले असम रेसलिंग एसोसिएशन अपनी मान्यता को लेकर असम हाईकोर्ट पहुंच गई। जिसके बाद कोर्ट ने चुनाव पर स्टे लगा दिया।
कौन देख रहा है WFI का कामकाज?
भारतीय कुश्ती संघ की कमेटी को सबसे पहले जनवरी 2023 में भंग कर दिया गया था उसके बाद इस कमेटी को मई 2023 में भंग किया गया। फिलहाल इसका कामकाज और दैनिक मामलों का प्रबंधन वर्तमान में भारतीय ओलंपिक संघ की समिति कर रही है। इस समिति ने भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता में यह फैसला लिया है।
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