श्रीनगर। देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। हर घर तिरंगा की महिम के तहत लोग घरों की छतों पर तिरंगा फहरा रहे हैं, पूरा देश तिरंगामय हो गया है। इसी मुहिम के तहत कश्मीर में सक्रिय आत्न्किओं के घर भी तिरंगा फहराया गया है। ये तिरंगा पुलिस प्रशासन या सेना ने नहीं बल्कि खुद आतंकियों के परिवार ने फहराया है।
सोपोर में रईस मट्टू बालकनी में खड़े होकर तिरंगा लहराते हुए वीडियो सामने आया है। पांच मिनट तक उन्होंने तिरंगा लहराया और फिर उसे छत पर एक जगह लगा दिया। जिसने भी देखा, वही हैरान हुआ क्योंकि रईस मट्टू का भाई जावेद अहमद मट्टू आतंकी संगठन हिजबुल का दुर्दांत कमांडर है। रईस ने कहा कि मेरे भाई ने गलत रास्ता चुना, उसे सजा मिलनी चाहिए, मैं चाहता हूं कि वह वापस आए और सरेंडर कर तिरंगे की शान के लिए काम करे। । हम सभी हिंदुस्तानी हैं और हमें इसकी हिफाजत करनी है। मैंने कभी बंदूक नहीं उठाई और न कभी अपने भाई का समर्थन किया है। रईस के मुताबिक उनका भाई 2009 में आतंकी बन गया था। तब से वो उसके बारे में कुछ नहीं जानते हैं। अगर वो जिंदा है, तो वो उससे वापस आने की अपील करते हैं। अब स्थिति बदल गई है, पाकिस्तान कुछ नहीं कर सकता। हम हिंदुस्तानी थे, हैं और रहेंगे।
पाकिस्तान में है जावेद मट्टू
जावेद मट्टू हिजबुल मुजाहिद्दीन का सक्रिय आतंकी है। उसने करीब 14 साल पहले घर छोड़ दिया था। इसके बाद वो आतंकी संगठनों के संपर्क में आया और फिर पीओके चला गया। वहां से ही घाटी में आतंकी गतिविधियों का संचालन करता रहता है। कश्मीर में हुई कई बड़ी घटनाओं में उसका नाम आ चुका है।
किश्तवाड़ में आतंकी के पिता बोले-हमारे दिल में बसता है तिरंगा
किश्तवाड़ जिले से कुख्यात आतंकी मुदस्सर हुसैन के परिवार ने प्रधानमंत्री की हर-घर तिरंगा अपील से जुड़ते हुए रविवार को अपने घर पर तिरंगा फहराया। मुदस्सर के पिता तारिक ने कहा कि उनका बेटा राह से भटक गया है। हम चाहते हैं कि सरकार उसे खोज लाए। उन्होंने कहा कि हमारे दिल में तिरंगा बसता है और इसीलिए तिरंगा फहरा रहे हैं। सबकी जिम्मेवारी है कि वह अपने घर पर तिरंगा फहराएं। हुसैन की मां ने इस अवसर पर कहा कि हम चाहते थे कि वह सुरक्षाबल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दे। हमने उसे खोजने का बहुत प्रयास किया पर सफल नहीं हुए। सेना से अपील है कि उसे हमारे लिए खोज निकाले।
कौन है हिजबुल का आतंकी मुदस्सिर हुसैन?
मुदस्सिर हुसैन हिजबुल का सक्रिय आतंकी है। इसका नाम जम्मू कश्मीर में सबसे ज्यादा वांछित आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल है। इस पर साल 2018 में बीजेपी नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार की हत्या करने का आरोप है। दोनों की किश्तवाड़ में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा हुसैन के ऊपर आएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की हत्या का भी आरोप है। पुलिस ने अक्टूबर 2019 में हुसैन के सिर पर 30 लाख रुपए का इनाम रखा था।
इसके अलावा किश्तवाड़ में सक्रिय आतंकवादी मोहम्मद अमीन उर्फ जहांगीर सरूरी के परिवार ने अपने घर पर तिरंगा लहराया। परिवार ने सरूरी से अपील की है कि वह मुख्यधारा में वापस आ जाए और आतंक का रास्ता छोड़ दे। सरूरी के बेटे आदिल ने कहा कि वह अपने पिता को बहुत याद करता है और ये अपील करता है कि वो घर लौट आए। आदिल ने बताया कि वह अभी बारहवीं कक्षा में पढ़ता है। आगे चल कर वह डॉक्टर बनना चाहता है। सरूरी के परिवार ने सभी प्रदेशवासियों का स्वतंत्रता दिवस की बधाई भी दी है।
वहीं, जहांगीर सरूरी की बात करें तो वह करीब तीन दशकों से आतंकी संगठन में सक्रिय है। उस पर पुलिस ने लाखों का इनाम भी रखा है। उसकी धर-पकड़ के लिए पुलिस और सुरक्षाबल लगातार अभियान चला रहे हैं।
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