पलवल। नूंह हिंसा के विरोध में रविवार को पलवल के पोंडरी गांव में सर्वजातीय हिंदू समाज की महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें अधूरी बृजमंडल यात्रा 28 अगस्त को दोबारा निकालने का ऐलान किया गया। यह यात्रा 31 जुलाई को सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद बाधित हो गई थी।
पलवल में हुई सर्वजातीय हिंदू महापंचायत की अध्यक्षता मेवात के 40 हिन्दू पाल और 12 मुस्लिम पाल के अध्यक्ष चौधरी अरूण जैलदार ने की। महापंचायत में हजारों की संख्या में हिन्दू समाज के लोग पहुंचे हैं। वहीं इस महापंचायत में हरियाणा गौरक्षा दल के उपाध्यक्ष आचार्य आजाद, सोहना के विधायक संजय सिंह, पलवल के पूर्व विधायक सुभाष चौधरी भी शामिल हुए। पलवल महापंचायत में हिंदू संगठनों की ओर से 14 प्रस्ताव लाए गए। इसके अनुसार-
- मृतकों को श्रद्धांजलि का प्रस्ताव
- हिंसा की जांच एनआईए से जांच कराई जाए, सरकार को जांच से हटा लें
- हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी।
- घायलों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद।
- गाड़ी व अन्य नुकसान की सर्वे कर नुकसान करने वालों से वसूली कर मुआवजा दें।
- दूसरे देशों से आए हुए लोगों को बाहर निकाला जाए।
- आत्मरक्षा के लिए हथियार देने में उदारता दिखाते हुए लाइसेंस दें।
- आरएएफ अथवा किसी अन्य किसी विंग का हैडक्वॉर्टर मेवात में स्थापित करें, ताकि ऐसी स्थिति को संभाला जा सके।
- दंगा करने वालों की पहचान हो, उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाए।
- नूंह में हुई हिंसा के मामलों की सुनवाई गुरुग्राम अथवा किसी अन्य जिले में हो।
- नूंह जिले को खत्म कर दूसरे जिलों में समाहित कर दिया जाए।
- गोहत्या को रोका जाए, पंचायत ने अपने लोगों से भी निवेदन किया कि सभी अपने घरों में गाय पालें।
- ब्रज मंडल यात्रा को पूरा किया जाएगा, 28 अगस्त को यात्रा निकालेंगे, इसमें पंचायत में आए लोगों से सहयोग मांगा।
- जिन हिंदुओं को जहां भी फंसाया गया हो, झूठों मुकदमों से लोगों को निकाला जाए। एक-एक दोषी को पकड़कर जेल भेजा जाए।
नूंह में नहीं मिली महापंचायत करने की परमिशन
बता दें कि महापंचायत को पहले नूंह में किया जाना था, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू और माहौल को देख परमिशन नहीं दी, जिसके बाद पलवल की नूंह-पलवल रोड पर पोंडरी गांव में यह महापंचायत हुई। महापंचायत को लेकर नूंह पुलिस भी पूरी अलर्ट पर रही। इसमें हेट स्पीच देने वालों पर नजर रखने के लिए खुफिया तंत्र अलर्ट रहा। यहां पर जिस भी वक्ता ने स्पीच दी, उसको खुफिया एजेंसी ने रिकॉर्ड किया है। खुफिया विभाग के अधिकारियों ने महापंचायत से जुड़ी तमाम रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भिजवा दी है।
6 लोग मारे गए थे हिंसा में
31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव के बाद हिंसा फैल गई थी। हिंसा की आग पड़ोसी जिले गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद में भी फैली थी। अन्य जिलों में भी छिटपुट घटनाएं देखने को मिली थीं। हिंसा के दौरान होमगार्ड के 2 जवानों सहित 6 लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही 150 से ज्यादा वाहनों को फूंक दिया गया और 80 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
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