नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज अंडमान और निकोबार में पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की नई एकीकृत टर्मिनल बिल्डिंग से यात्रा में आसानी और व्यापार करने में आसानी के साथ-साथ कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।” पीएम मोदी ने कहा, ”अभी तक मौजूदा टर्मिनल की क्षमता हर रोज 4,000 पर्यटकों को सेवा देने की थी, नया टर्मिनल बनने के बाद इस एयरपोर्ट की क्षमता रोज करीब-करीब 11,000 पर्यटकों को सेवा देने की हो गई है। एयरपोर्ट पर अब एक साथ 10 विमान खड़े हो पाएंगे। यानी यहां के लिए नए विमानों का भी रास्ता खुल गया है।”
पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादा फ्लाइट्स और ज्यादा पर्यटक आने का सीधा मतलब है ज्यादा से ज्यादा रोजगार। पोर्ट ब्लेयर की इस नई टर्मिनल बिल्डिंग से ट्रैवल बढ़ेगा, बिजनेस बढ़ेगा और कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। पिछली सरकारों से तुलना करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमारे से पहले की सरकार के 9 साल में अंडमान निकोबार को करीब 23,000 करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया था। जबकि हमारी सरकार के दौरान अंडमान निकोबार के विकास के लिए 9 सालों में करीब 48 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। पीएम मोदी ने कहा, ”मेरा सौभाग्य है कि वर्ष 2018 में मैंने अंडमान में उसी स्थान पर तिरंगा लहराया जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने झंडा फहराया था। ये हमारी ही सरकार है जिसने रॉस आइलैंड को नेताजी सुभाष का नाम दिया। ये हमारी ही सरकार है जिसने हेवलॉक और नील आइलैंड को स्वराज और शहीद आइलैंड का नाम दिया है।”
क्या है खासियत
पोर्ट ब्लेयर हवाईअड्डे पर 80 करोड़ रुपये की लागत से दो बोइंग-767-400 और दो एयरबस-321 विमानों के लिए उपयुक्त एप्रन का भी निर्माण किया गया है। यह हवाईअड्डा अब एक समय में दस विमानों की पार्किंग करने में सक्षम हो गया है। इसका वास्तुशिल्प प्रकृति से प्रेरित है, समुद्र और द्वीपों को दर्शाते हुए नया भवन एक शंख के आकार जैसा बनाया गया है। इसके अलावा भवन में भूमिगत वर्षा जल संग्रहण, ऑन-साइट सीवेज शोधन संयंत्र व 500 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र भी लगाया गया है।
शंख जैसा है नए टर्मिनल का डिजाइन
वीर सावरकर एयरपोर्ट द्वीप की पहचान को दिखाने के लिए इस हवाई अड्डे का डिजाइन ‘शंख’ से प्रेरित है। ऊर्जा की बचत और बिल्डिंग के अंदर गर्मी को कम करने के लिए हवाई अड्डे पर डबल इंसुलेटेड रूफ सिस्टम लगाया गया है। यहां दिन के समय में सूर्य की रोशनी के सही मात्रा में आने का भी प्रबंध किया गया है।
नए टर्मिनल भवन में हैं ये सुविधाएं
नए टर्मिनल भवन में छत पर लगे रोशनदानों से 12 घंटे के लिए 100 फीसदी प्राकृतिक रोशनी मिलेगी। पीएमओ ने कहा कि विशाल नई एकीकृत टर्मिनल इमारत हवाई यातायात को बढ़ावा देगी और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने में मदद करेगी, इससे स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इमारत 28 चेक-इन काउंटर, तीन यात्री बोर्डिंग ब्रिज और चार कन्वेयर बेल्ट से सुसज्जित होगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार सुबह 9 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जबकि पीएम मोदी करीब 90 मिनट बाद टर्मिनल भवन का वर्चुअली उद्घाटन करेंगे।
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