नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। यहां वह लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इसी क्रम में उन्होंने मुस्लीम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी करार दिया है। राहुल गांधी के बयान पर भाजपा भड़क गयी है।
राहुल गांधी से वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केरल में मुस्लिम लीग से गठबंधन पर सवाल पूछा गया था। मुस्लिम लीग के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसमें कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। मुस्लिम लीग पूरी तरह से सेक्युलर पार्टी है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग केरल की एक पार्टी है। वह कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ की पारंपरिक सहयोगी है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच यह अंतर है। क्या बीजेपी नफरत और हिंसा में लिप्त है। इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने यह बातें कहीं। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता और जासूसी के आरोप में एक वरिष्ठ पत्रकार की गिरफ्तारी के बारे में एक अन्य प्रश्न पर राहुल ने कहा, मुझे लगता है कि प्रेस की स्वतंत्रता कमजोर हो रही है और यह छिपी नहीं है।
अमेरिका में राहुल गांधी के दिए बयानों पर भारत में सियासी बवाल मचा हुआ है। बीजेपी के अमित मालवीय ने कहा कि वायनाड में अपनी स्वीकार्यता बनाए रखने के लिए राहुल गांधी की मजबूरी है कि उन्होंने मुस्लिम लीग को ‘धर्मनिरपेक्ष पार्टी’ कहा है। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पहले इतिहास को पढ़ना चाहिए और फिर बोलना चाहिए। सुधांशु ने कहा कि कांग्रेस पहले मुस्लिम लीग को भाजपा से जोड़ती थी और राहुल अब कुछ और ही राग अलाप रहे हैं।
प्रह्लाद पटेल ने भी किया कटाक्ष
मुस्लिम लीग पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष मानती है, लेकिन विभाजनकारी होने के लिए भाजपा को निशाना बनाते हैं। देश को यह समझने की जरूरत है कि कांग्रेस विभाजन के बीज बोने की कोशिश कर रही है।
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