जयपुर। राजस्थान में सचिवालय के पास स्थित योजना भवन में शुक्रवार रात 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और 1 किलो सोना मिलने का बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने प्रदेश की गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जमकर घेरा है।
जयपुर में रात 11 बजे पुलिस कमिश्रनर आनंद श्रीवास्तव ने पीसी करते हुए कहा कि योजना भवन स्थित डीओआईटी डिपार्टमेंट के बेसमेंट से ये कैश बरामद हुई है। यह राशि और सोना आधार कार्ड के कामकाज देखने वाले यूआईडी विभाग की अलमारी में रखे हुए थे। लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाले सूटकेस से यह पैसा और सोना निकला। इसमें 500 और 2000 रुपये के नोट और सोना बिस्किट के रूप में मिला। सभी नोट पुराने हैं यानी कि नई गड्डियों के बजाय उपयोग में लिए गए नोटों के बंडल हैं। अब इस रकम और अलमारी के जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है।
कई दिनों से नहीं मिल रही थी चाबी
पुलिस कमिश्रर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि सचिवालय में फाइलों को स्कैन कर डिजिटल करने का काम चल रहा। इसी के तहत डीओआईटी के यूआईटी विभाग की फाइल भी स्कैन होनी थी। सैकड़ों अलमारियों में रखी फाइलों को स्कैन किया जा चुका है। इसी बीच यूआईटी विभाग के बेसमेंट में रखी दो अलमारियों की चाबी कई दिनों से नहीं मिल रही थी। शुक्रवार को इन अलमारियों के ताले नई चाबियां बनवाकर खुलवाए गए तो इतनी बड़ी रकम और सोना मिला।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जब अलमारियों को खुलवाया गया तो एक अलमारी से फाइलें निकली और दूसरी से एक लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाला सूटकेस निकला। इन्हें खोलकर देखा तो इसमें से ये रकम बरामद हुई। जिसे देखते ही कर्मचारियों के हाथ पैर फूल गए। DOIT के एडिशनल डायरेक्टर महेश गुप्ता ने पहले मुख्य सचिव और फिर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में कौन लोग लिप्त हैं अभी इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है।
पुलिस 7-8 कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही कि किस कर्मचारी की एक्सेस यहां तक थी और कौन इसके मेंटनेंस और चाबी रखने की जिम्मेदारी संभालते थे। हालांकि मामले में किसी बड़े अधिकारी का हाथ हो सकता है। पुलिस इस पहलू को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
वहीं राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी बैठकर शासन चलाते हैं। वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में हैं।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री जी आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ? राठौड़ ने कहा कि आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर रात पौने 12 बजे कहा- राजस्थान में कानून व्यवस्था का हाल ऐसा है कि सूबे का योजना भवन भी अछूता नहीं रहा। इसी जादूगरी की तालीम देते हैं क्या मुखिया जी ? सोचिए, कांग्रेस राज में इतनी लूटपाट है कि कालाधन रखने के लिए जगह नहीं मिल रही। कांग्रेस बताए कि और कहां-कहां छुपा रखा है कमीशन का पैसा ? ना खाता, ना बही… काले धन पर मोदी जी की सर्जिकल स्ट्राइक है एकदम सही। क्योंकि सरकार तो सामने आकर वाहवाही लूटना चाह रही है। लेकिन देर रात को डीजीपी और मुख्य सचिव दोनों संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे हैं।
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