बेंगलुरू। कर्नाटक में कांग्रेस बंपर जीत की खुशी भी नहीं मना पाई कि अब मुख्यमंत्री पद को लेकर चिंता की लकीरें खिंची हैं। पांच दिन हो गए लेकिन कर्नाटक में सीएम पद को लेकर अब भी सस्पेंस बरकरार है। मुख्यमंत्री पद को लेकर डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच समझौता नहीं हो पा रहा है।
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, कर्नाटक मुख्यमंत्री को लेकर जो भी निर्णय लिया जाएगा उसकी घोषणा कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। घोषणा जब तक नहीं होती है तब तक मुख्यमंत्री के नाम पर चल रही खबरों और अफवाहों पर ध्यान न दें। घोषणा खड़गे साहब द्वारा की जाएगी।” उन्होंने कहा कि अगले 48-72 घंटों में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी। मुख्यमंत्री के नाम पर पार्टी में लगातार आलाकमान की निगरानी में चर्चा जारी है।
अड़ गए हैं शिवकुमार
पूर्व सीएम सिद्धारमैया को कर्नाटक सीएम की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। शिवकुमार की जिद ने मामले को उलझा दिया है। राज्य प्रमुख सीएम पद के लिए नजरअंदाज किए जाने पर सरकार में शामिल नहीं होने की धमकी दी है। सूत्रों की मानें तो शिवकुमार ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर उन्हें सीएम नहीं बनाया गया तो उन्हें सरकार में कोई पद नहीं चाहिए। वह सत्ता से बाहर रहेंगे।
बेंगलुरु से रवाना होने से पहले शिवकुमार ने कहा था, ‘ईश्वर (पार्टी) और मां (सोनिया) जानते हैं कि बच्चों को क्या देना है। मैं मंदिर में अपने भगवान से मिलने जा रहा हूं। मैं अकेला जा रहा हूं। महासचिव ने मुझे वहां अकेले आने को कहा था। हमने यह पार्टी (कांग्रेस) बनाई है, हमने यह घर बनाया है। मैं इसका हिस्सा हूं। एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देगी। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जी. परमेश्वर ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि अगर पार्टी आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देता है तो वह इसे संभालने के लिए तैयार हैं।
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