नई दिल्ली। ट्रेनों के रिजर्वेशन टिकट होने के बाद नाम बदलने के मामले में रेलवे ने कई और छूट जारी की है। बड़े रेलवे स्टेशनों के साथ ही अब छोटे रेलवे स्टेशनों पर यह सुविधा आसानी से मिल जाएगी।
नाम बदलने की सुविधा आरक्षित काउंटर टिकट के साथ-साथ ई-टिकट और आई-टिकट पर लागू होगा। नाम बदलाव की अनुमति यात्रियों को केवल एक बार दी जाएगी। इसमें आरएसी और वेटिंग वाले यात्रियों के टिकट भी शामिल होंगे। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि अभी तक बाराबंकी, सुल्तानपुर जैसे जिलों के पैसेंजर्स को टिकट पर नाम में बदलाव के लिए लखनऊ आना पड़ता था। अब यात्रियों को अपने जिले से ही नाम परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कराने की सुविधा मिल जाएगी। हालांकि, रेलवे ने साफ कर दिया है कि नाम परिवर्तन को अधिकार के रूप में दावा नहीं किया जा सकेगा।
इन टिकटों पर नहीं बदलवा सकेंगे नाम
रेलवे की ओर से दी गई सुविधा के तहत कई प्रकार की टिकटों पर नाम में परिवर्तन की इजाजत नहीं होगी। अगर आपके के पास कंसेशन ई-टिकट है तो नाम परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। तत्काल टिकट पर नाम परिवर्तन नहीं कराया जा सकेगा। इस प्रकार के टिकट वालों को अपने स्थान पर दूसरों को यात्रा कराने की सुविधा नहीं मिलेगी। उन्हें टिकट कैंसिल ही कराना पड़ेगा।
नेम चेंज के लिए ये डॉक्यूमेंट जरूरी
रिजर्वेशन टिकट पर नाम बदलने के लिए गजेटेड ऑफिसर्स की ओर से जारी पहचान पत्रों को पेश करना होगा। रेलवे मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आदेश के तहत राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, सरकार की ओर से जारी फोटो पहचान पत्र, फोटो के साथ बैंक पासबुक और नोटरी की ओर से जारी हलफनामा में से कोई एक पहचान के रूप में पेश करना होगा। इसके अलावा परिवार के सदस्य के साथ संबंध दिखाना होगा। इसका विवरण रेलवे अपने रजिस्टर में दर्ज करेगा।
क्यूआर कोड से भुगतान
स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनों में टिकट किराए का क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड आधारित भुगतान शुरू किया गया है। क्यूआर कोड सुविधा का उपयोग कर यात्रा और प्लेटफार्म टिकट खरीदे जा सकते हैं। इसके अलावा सीजन टिकट का नवीनीकरण भी कराया जा सकता है। साथ ही एटीवीएम में उत्पन्न क्यूआर कोड का उपयोग कर भी स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज किया जा सकता है।
स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीनें लगीं
कैशलेस लेनदेन और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें बढ़ा रहा है। इससे अनारक्षित टिकट लेने वाले यात्रियों का लंबी लाइनों से छुटकारा मिल जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल ने 27 और स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें खरीदी हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शशिभूषण और वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक द्वितीय हिमांशु शुक्ला के निर्देशन में इन नई मशीनों को लगा दिया गया है। अनारक्षित टिकट धारक यात्रियों की सुविधा के लिए 38 लाख की 27 नई एवीटीएम लगाई गई हैं। इससे यात्रा टिकटों की बुकिंग, प्लेटफॉर्म टिकट और सीजन टिकट का नवीनीकरण भी होगा। प्रयागराज छिवकी पर दो मशीनें लगी हैं।
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