नई दिल्ली। देश में गो फर्स्ट एयरलाइंस कंपनी दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है। फंड की भारी कमी के कारण 3, 4 और 5 मई के लिए अपनी बुकिंग बंद कर दी है। गो फर्स्ट की उड़ान अचानक रद्द होने से यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई है। गो फर्स्ट के फैसले पर डीजीसीए ने 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रही भारतीय एयलाइंस कंपनी गो फर्स्ट ने नेशनल कंपनीज लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दिवालियापन की धारा के तहत याचिका दायर की है। कंपनी की ओर से एनसीएलटी में आवेदन के बाद कहा कि वो तभी अपनी उड़ानें शुरू करेगी जब ट्रिब्यूनल उसे दिवालिया घोषित कर देगा। दरअसल, गो फर्स्ट का स्वामित्व वाडिया ग्रुप के पास है, जो कि कंपनी में 300 बिलियन डॉलर से अधिक खर्च कर चुका है। वाडिया अब एयरलाइंस में और अधिक निवेश करने का इच्छुक नहीं है। जबकि एयरलाइंस को वित्तीय संकट से उबारने के लिए अधिक निवेश की आश्यकता है।
किन नियमों का उल्लंघन
वहीं दूसरी ओर उड़ाने रद्द करने पर नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) ने एयरलाइंस को ‘कारण बताओ’ नोटिस भेजा है। नियामक ने कहा कि एयरलाइन उड़ाने रद्द करने का फैसला डीजीसीए को अवगत कराए बिना लिया और कंपनी फ्लाइट को कैंसिल करने की प्रक्रिया और उसके कारणों को लिखित रूप से बताने में विफल रही। डीजीसीए ने अपने बयान में कहा कि गो फर्स्ट को नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है। अगर एयरलाइंस निश्चित समयावधि में नोटिस का जवाब नहीं देती तो उसके खिलाफ मामले में एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।
DGCA ने नोटिस में कहा कि Go First ने अपनी उड़ानों को रद्द करने का कोई वाजिब कारण नहीं बताया था। कंपनी ने अपनी उड़ानों को रद्द करने से पहले जरूरी अनुमतियां नहीं ली और वह नियमों को पालन करने में फेल रही है। इस कारण कंपनी ने नागरिक उड्डयन नियमों से जुड़े सेक्शन 3, सीरीज एम और भाग 4 का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किया है।
लोगों में नाराजगी
गो फर्स्ट एयरलाइंस में टिकट बुक कराने वाले यात्री हरेंद्र सिंह ने भी गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि उन्हें अहमदाबाद जाना था, जिसके लिए सुबह 3 बजे मेरठ से निकले थे। यहां आकर पता चला कि फ्लाइट रद्द हो गई है। फ्लाइट सुबह 6:10 पर थी। सिंह ने कहा कि यहां कोई कुछ बताने को भी तैयार नहीं है। ऐसे में हम लोग क्या करें। जब हरेंद्र से पत्रकारों ने पूछा कि आपके रुपये वापस कब तक आएंगे इसका कुछ जवाब मिला। तो उन्होंने कहा कि कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। मेरे सारे जरूरी काम रुक गए हैं। अब मैं घर वापस जा रहा हूं।
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