अमृतसर। पंजाब के अमृतसर स्थित विश्व प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर में युवती श्रद्धालु के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने बयान जारी किया है और कहा है कि अगर किसी को ठेस पहुंची तो वह क्षमा मांगते है। चौंकाने वाली बात ये है कि युवती के गाल पर तिरंगा बना हुआ था और एक कर्मचारी ने इस पर ऐतराज जताया।
वायरल वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि एक शख्स मंदिर के पीली पगड़ी वाले मंदिर के पदाधिकारी से इस बात को लेकर बहस कर रहा है कि आखिर उसे अंदर क्यो नहीं जाने दिया जा रहा है। जब उससे पूछा गया कि महिला को मंदिर में प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है तो पदाधिकारी ने कहा, क्योंकि उसके चेहरे पर झंडा बना है। महिला जब कहती है कि यह भारत का झंडा है तो जवाब मिलता है, ‘यह पंजाब है, भारत नहीं। वीडियो में यह भी सुनाई देता है कि लडकी कहती है, बकवास बात बोल रहे हो आप,,,,यह इंडिया नहीं है क्या? इसके बाद पदाधिकारी कहता है कि यह गोल्डन टेंपल है। पुरुष सवाल करता है कि गोल्डन टेंपल कहां है, इंडिया में है या नहीं?
‘युवती ने पहनी हुई थी स्कर्ट’
गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने आगे कहा कि तिरंगा हमारे लिए भी सम्मानजनक है। तिरंगे के लिए और देश की आजादी के लिए 90% पंजाबियों ने कुर्बानी दी है। वास्तव में युवती का पहरावा सही नहीं था। युवती ने स्कर्ट पहनी हुई थी। ग्रेवाल ने कहा कि अग फिर भी सेवादार ने दुर्व्यवहार किया है तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे कपड़ों में किसी भी महिला को रोका जा सकता है, लेकिन मिसबिहेव नहीं किया जा सकता।
ग्रेवाल ने कहा, ‘यह एक सिख धर्मस्थल है, हर धार्मिक स्थान की अपनी मर्यादा होती है. हम सभी का स्वागत करते हैं… अगर किसी अधिकारी ने दुर्व्यवहार किया है तो हम क्षमा चाहते हैं। उसके चेहरे पर लगा झंडा हमारा राष्ट्रीय ध्वज नहीं था क्योंकि उसमें अशोक चक्र नहीं था। यह एक राजनीतिक झंडा लग रहा था।’
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