रायबरेली। रामचरित मानस को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से घिरे सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं। रायबरेली में आयोजित कांशीराम प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद ने 1993 वाला नारा एक बार फिर दोहराया। इसके बाद शहर कोतवाली में हिंदू युवा वाहिनी की तहरीर पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का केस मंगलवार की शाम को दर्ज किया गया। मामले की विवेचना क्षेत्राधिकारी (नगर) को सौंपी गई है।
गौरा विकास क्षेत्र स्थित शिक्षण संस्थान काशीराम महाविद्यालय में सोमवार को काशीराम की मूर्ति के अनावरण का कार्यक्रम आयोजित था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा मुखिया अखिलेश यादव थे। सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई सपा नेता इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसी कार्यक्रम में मौर्य के संबोधन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।वीडियो में वह बोल रहे हैं कि मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम। यही नहीं, स्वामी इस अमर्यादित नारे की पुनरावृत्ति सभा में आए लोगों से भी कराते नजर आ रहे हैं।
हिंदू युवा वाहिनी के जिला मंत्री मारुति त्रिपाठी ने शहर कोतवाल को मंगलवार की शाम प्रार्थना पत्र देकर कहा कि विभिन्न ने सोशल मीडिया पर फार्मो पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या यह कहते सुने जा रहे हैं कि ‘मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम’। उनका आरोप है कि इससे सनातनी समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। प्रार्थना पत्र पर सपा नेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई। शहर कोतवाल संजय त्यागी ने बताया कि आईपीसी की धारा 295 ए के तहत स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का केस दर्ज किया गया है।
सीओ वंदना सिंह ने बताया कि शहर कोतवाली पुलिस स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ दर्ज केस की विवेचना कर रही है। वीडियो के अलावा मामले से जुड़े अन्य जरूरी साक्ष्य संकलित करने के निर्देश विवेचक को दिए गए हैं।
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