दिल्ली। द्वारका साउथ थाना क्षेत्र में कार सवार अधिवक्ता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की धारा में प्राथमिकी कर पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। वकील की हत्या के बाद से ऑल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन गुस्से में है। उसने कल यानी 3 अप्रैल को हड़ताल का ऐलान किया है।
सीआरडीसीएमएम के चेयरमैन विनोद शर्मा ने कहा कि यह हमले अकेले वीरेंद्र कुमार पर नहीं हमारे पूरे समुदाय पर हैं। हम इस घटना के खिलाफ मजबूती के साथ खड़े हैं। इसके साथ हम 3 अप्रैल से हड़ताल का ऐलान कर रहे हैं। हम काम पर तभी लौटेंगे जब हमारे साथी वीरेंद्र कुमार को न्याय मिल जाएगा। न्याय के अलावा हमें एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट के तहत सुरक्षा भी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इसलिए कॉर्डिनेशन कमेटी ने यह तय किया है कि 3 अप्रैल से हम वीरेंद्र कुमार नरवाल की बेरहमी से की गई हत्या के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हैं।
क्या है मामला?
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शनिवार दिन में 4.20 बजे सेक्टर एक लाल बत्ती के पास गोली चलने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि अधिवक्ता का शव उनकी अर्टिगा कार की चालक सीट पर पड़ा है। उन्हें नजदीक से गोली मारी गई थी। छानबीन में पता चला कि वारदात अंजाम देने वाले बदमाशों की संख्या दो थी। दोनों बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार थे। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की कोशिश की जा रही है। वारदात के बाद बदमाश सीधे पालम की ओर भागे हैं। अधिवक्ता अपने परिवार के साथ द्वारका सेक्टर-12 में रहते थे।
पहले मिली थी पुलिस सुरक्षा
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अधिवक्ता का अपने करीबियों से ही जमीन से जुड़ा विवाद चल रहा था। इनमें से कुछ मामले रोहिणी कोर्ट में लंबित चल रहे हैं। एक बार रोहिणी में कोर्ट के नजदीक ही इनपर वर्ष 2017 में गोली चलाई गई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की ओर से इन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई, लेकिन वर्ष 2021 में यह सुरक्षा वापस ले ली गई। तब से ये बिना सुरक्षा के ही थे।
पुलिस ने घटित की कई टीमें
घटना के बारे में द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन का कहना है कि आरोपितों की पहचान कर उनकी तलाश के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। जल्द ही आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
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