प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद को कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क के रास्ते साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। अतीक के भाई और पूर्व विधायक अशरफ को भी प्रयागराज लाया जाएगा, वह बरेली जेल में कैद है। इस बीच उमेश पाल की पत्नी और मां ने इस कांड के आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ अहमद के लिए सजा ए मौत मांगी है।
प्रयागराज में एक निजी चैनल से बात करते हुए उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा कि उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार और अदालत पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि अतीक और अशरफ को फांसी की सजा ही मिलनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इनका आतंक खत्म नहीं होगा। ये आगे भी ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे। उमेश की पत्नी जया पाल ने कहा कि वह भी गवाह हैं। अगला नंबर उनका हो सकता है।
उमेश पाल अपहरण कांड में 17 साल बाद 28 मार्च को फैसला आना है। इस मुकदमे में आरोप लगाया गया कि 28 फरवरी 2006 को उमेश पाल को पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ अपने साथियों के साथ अपहरण कर अपने कार्यालय में ले गया। वहां उमेश पाल को मारा-पीटा गया और अदालत में गवाही पलटने का दबाव बनाया गया। गवाही न पलटने पर जान से मारने की धमकी दी। उमेश पाल ने अपहरण की इस घटना का मुकदमा पांच लोगों के विरुद्ध नामजद दर्ज कराया। पुलिस ने दौरान विवेचना कई और नाम प्रकाश में आने पर उन्हें भी आरोपी बनाया।
सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था
इस महीने की शुरुआत में अतीकअहमद ने सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। इसमें दावा किया गया था कि उसे और उसके परिवार को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में झूठा फंसाया गया और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसे फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है। अपनी याचिका में, अहमद ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस उसे अहमदाबाद से प्रयागराज ले जाने के लिए उसकी ट्रांजिट रिमांड और पुलिस रिमांड की मांग कर रही है और उसे आशंका है कि इस ट्रांजिट अवधि के दौरान उसे खत्म किया जा सकता है।
गया था विमान से, आ रहा सड़क मार्ग से
माफिय अतीक अहमद को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तीन जून 2019 को नैनी सेंट्रल जेल से अहमदबाद की साबरमती जेल शिफ्ट किया गया था। सुबह करीब पांच बजे केंद्रीय कारागार नैनी से अतीक को सड़क मार्ग से वाराणसी ले जाया गया। वाराणसी के बाबतपुर हवाई अड्डे पर सुबह क़रीब 9:10 बजे विमान से तीन सुरक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में उसे अहमदाबाद पहुंचाया गया था। अब अहमदाबाद से उसे प्रयागराज लाने के लिए सड़क मार्ग का इस्तेमाल किया जा है। पुलिस के लंबे चौड़े काफिले के बीच वज्र वाहन से अतीक को यहां लाया जा रहा है।
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