नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के अग्निवीर के पहले बैच की पासिंग आउट परेड (पीओपी) 28 मार्च को आयोजित की जाएगी। पासिंग आउट परेड का आयोजन बल के प्रमुख ट्रेनिंग ठिकानों में से एक आईएनएस चिल्का में किया जाएगा। अग्निवीरों के इस बैच में कई युवतियां भी हैं। जिन्हें परेड के बाद अपने पुरुष साथियों के साथ समुद्र में नौसेना के अग्रणी जंगी युद्धपोतों और अन्य सैन्य ठिकानों पर नियुक्त किया जाएगा।
नौसेना ने अपने एक ट्वीट में यह जानकारी देते हुए बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भारतीय नौसेना के अग्निवीरों के पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। इनकी पासिंग आउट परेड 28 मार्च 2023 को आईएनएस चिल्का पर आयोजित की जाएगी। बीते साल 2022 के जून महीने में केंद्र सरकार द्वारा सशस्त्र सेनाओं (सेना, वायुसेना और नौसेना) में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ के नाम से शुरू की गई इस नई योजना के तहत तैयार किया गया अग्निवीरों का यह पहला बैच होगा, जो अपना प्रशिक्षण पूरा कर नौसेना से बाहर निकलेगा और उसके बाद इनकी बल के प्रमुख युद्धपोतों से लेकर अन्य ठिकानों पर नियुक्ति की जाएगी।
#WeTrainTheRaw Maiden Batch of #Agniveers of @Indiannavy at @IN_Chilka;#Official song of #IndianNavy echoing the sentiments #Agniveers 🔥; Glance at the Training Activities of brave women #Agniveers👮♀️; @IndiannavyMedia
🗓️28 Mar 23#RawRecruits#SuccessComesThroughEfforts pic.twitter.com/teOBvljDz0
— INS Chilka (@IN_Chilka) March 25, 2023
28 मार्च को नौसेना में शामिल होगा अग्निवीर का पहला बैच
समुद्री योद्धाओं में उनके परिवर्तन के हिस्से के रूप में, अग्निवीरों ने भारतीय नौसेना के प्रमुख नाविकों के प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में प्रारंभिक प्रशिक्षण के 16 सप्ताह पूरे किए। आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण में कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल नौसेना मूल्यों के आधार पर शैक्षणिक, सेवा और बाहरी प्रशिक्षण शामिल है। नौसेना की योजना के मुताबिक शुरुआत में कुल 3 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। जिसमें करीब 341 युवतियां भी शामिल हैं।
नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार होंगे परेड के मुख्य अथिति
इस पासिंग आउट परेड के दौरान नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार परेड के मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी होंगे। वीएडीएम एमए हम्पीहोली, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान भी अन्य वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। सफल प्रशिक्षुओं को उनके समुद्री प्रशिक्षण के लिए सीमावर्ती युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा
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