सहारनपुर। नोएडा में महिला के साथ अभद्रता करने के मामले में जेल जा चुके श्रीकांत त्यागी ने कहा कि भारत के अंदर अब रावण के पुतले का दहन नहीं होने दिया जाएगा। त्यागी ने कहा कि इसको लेकर अब रामलीला कमेटियों को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही रावण दहन किया तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
श्रीकांत त्यागी बुधवार को सहारनपुर जिले के देवबंद पहुंचे और यहां एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में अब रावण के पुतले का दहन नहीं होने दिया जाएगा। रावण ब्राह्मण थे, बुद्धिमान और ज्ञानी थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी रामलीला कमेटियों को पत्र लिखा जाएगा। देशभर में कही भी रावण का दहन किया तो त्यागी ब्राह्मण समाज मुकदमा दर्ज कराएगा।’ इतना ही नहीं, त्यागी ने कहा कि अगर पुतला दहन करना है तो दुशासन और दुर्योधन करें।
श्रीकांत त्यागी ने कहा कि रावण विद्वान और त्रिलोक पति की उपाधि प्राप्त थे। भगवान श्रीराम ने भी रावण को विद्वान माना। क्योंकि जब रावण का भगवान श्रीराम ने वध किया। रावण प्राण त्याग रहे थे। तब भगवान श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण को रावण से ज्ञान लेने के लिए भेजा। जब भगवान श्रीराम ने भी रावण को विद्वान माना तो रावण की विद्ववानता पर सवाल खड़ा नहीं हो सकता। ऐसे विद्वान व्यक्ति को हर दशहरा पर दहन किया जाता है, जो गलत है।
ओमेक्स ग्राउंड सोसाइटी में रह रहा
श्रीकांत त्यागी नोएडा के ओमेक्स ग्राउंड सोसाइटी में रहता है। नोएडा अथॉरिटी ने उसकी जमीन का अधिग्रहण किया था, जिसके बदले उसे करोड़ों रुपए मिले और मालामाल हो गया। पैसा आते ही उसने महंगी गाड़ियां खरीदीं और बड़े-बड़े लोगों के साथ उठना-बैठना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि धीरे-धीरे वो पॉलिटिकल लोगों के संपर्क में आया और उसका रसूख बढ़ता गया।
त्यागी चर्चा में साल 2022 में आया जब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में त्यागी को सोसाइटी की महिला के साथ बदसलूकी करते देखा गया। जिसको आधार बनाकर पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू की। दरअसल त्यागी ने अपने ग्राउंड फ्लोर पर बने फ्लैट के सामने पेड़ लगाए थे। इसी को लेकर एक महिला ने आपत्ति जताई थी। इससे नाराज होकर उसने महिला के साथ बदसलूकी की और मारपीट पर उतारू हो गया था।
वीडियो वायरल होने के बाद ये मुद्दा सभी की जुबान पर छा गया। लेकिन घटना के बाद से ही त्यागी फरार हो गया। ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी के लोगों ने महिला से दुर्व्यवहार के विरोध में पोस्टर लगाकर मौन विरोध दर्ज कराने लगे। तमाम विवाद के बाद आखिर में पुलिस श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
Discussion about this post