नई दिल्ली। कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। एक ही दिन में एक हजार से अधिक केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए रणनीति बनाई जा सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे के अंदर देशभर में कोरोना के 918 नए मामले सामने आए हैं, जबकि चार मरीजों ने दम तोड़ दिया। देश में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 6,350 हो गई है। इससे पहले रविवार को देश भर में 1,070 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई थी। चार महीनों में संक्रमण के मामलों में ये आंकड़ा सबसे अधिक था। पिछली बार छह नवंबर 2022 को देश में सबसे ज्यादा कोरोना के एक हजार मरीजों की पहचान हुई थी।
इन तीन राज्यों में सबसे ज्यादा सक्रिय केस
सबसे ज्यादा सक्रिय मामले केरल, महाराष्ट्र और गुजरात से सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक के साथ इन तीन राज्यों को भी परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की पांच गुना रणनीति का पालन करने की सलाह दी है।
मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन
देश में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी को लेकर संशोधित दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग तब तक नहीं किया जाना चाहिए जब तक कि जांच से कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि नहीं हो।
संशोधित दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि दवा लेने से पहले कोरोना संक्रमण के साथ अन्य स्थानिक संक्रमण की संभावना को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। हल्की बीमारी में स्टेराॅयड के इस्तेमाल की सलाह नहीं जाती है। मंत्रालय ने शारीरिक दूरी बनाए रखने, बंद जगहों पर मास्क के इस्तेमाल, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहने को कहा है। बीमारी के लक्षणों पर नजर रखने, शरीर के तापमान की जांच कराते रहे और ऑक्सीजन में उतार-चढ़ाव पर भी निगरानी रखने की सलाह दी है।
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