नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुलासा किया कि उनके पिता डॉ. के सुब्रमण्यम को 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा उत्पादन के सचिव पद से हटा दिया गया था। राजीव गांधी की सरकार में उनके पिता से जूनियर अधिकारी को उनसे पहले प्रमोट कर दिया गया था। जयशंकर द्वारा किए गए इसी दावे को लेकर टीएम्सी सांसद जवाहर सरकार ने एस जयशंकर को लेकर कई सवाल पूछे हैं।
टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने ट्वीट करते हुए एस जयशंकर के पिता के गुजरात दंगे को लेकर दिए गए बयान का जिक्र किया और लिखा ‘के. सुब्रमण्यम ने कहा था कि गुजरात में धर्म की हत्या हुई है। जो लोग मासूम लोगों की रक्षा नहीं कर सके वह अधर्म के दोषी हैं। राम गुजरात के असुर शासकों के खिलाफ अपने धनुष बाण का इस्तेमाल करेंगे।’ इसके बाद जवाहर सरकार ने लिखा ‘बेटे को शर्म आनी चाहिए जो असुरों की सेवा कर रहा है।’
जयशंकर के एक बयान पर जवाहर सरकार ने ट्वीट किया, जयशंकर गांधी परिवार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। वफादारी से उनकी सेवा करने और उनकी सरकार के तहत सबसे अच्छी पोस्टिंग लेने के बाद? क्या उन्हें भूलने की बीमारी है या वह विदेश मंत्री के रूप में वह अभूतपूर्व प्रमोशन लेने के बाद बीजेपी को गले लगा रहे हैं?
बता दें कि न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में एस जयशंकर ने पूर्व की कांग्रेस सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि उनके पिता डॉ. के सुब्रमण्यम को 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा उत्पादन के सचिव पद से हटा दिया गया था। साथ ही राजीव गांधी की सरकार में उनके पिता से जूनियर अधिकारी को उनसे पहले प्रमोट कर दिया गया था। एस जयशंकर ने दावा किया कि उनके पिता रक्षा मामलों में सबसे ज्यादा ज्ञानवान अधिकारी थे, इसके बावजूद उनके साथ ऐसा किया गया।
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