कानपुर। कानपुर देहात के रूरा थानाक्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए अग्निकांड में जलकर मरने वाली मां-बेटी के परिवार से कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा मिलने आ सकती हैं। घटना के बाद से पुलिस प्रशासन ने अब तक किसी भी विपक्षी दल के किसी भी नेता को परिवार से मिलने नहीं दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रियंका का यह दौरा औचक व गोपनीय रह सकता है।
रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव के कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला दीक्षित और बेटी शिवा की अवैध अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान आग में झुलसने से मौत हो गई थी। पीड़ित परिवार का आरोप था कि पुलिस प्रशासन ने ही गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची हालांकि पुलिश और प्रशासन ने इस घटना का हादसा करार दिया है। फिलवक्त मामले में एसआईटी गठित जांच सौंप दी गई है।
विभत्स घटना पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार के बुलडोजर पर अमानवीयता का चश्मा लगा है, जो इंसानियत व संवेदनशीलता के लिए खतरा बन चुका है। कानपुर की हृदयविदारक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। हम सबको इस अमानवीयता के खिलाफ आवाज उठानी होगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि कानपुर के पीड़ित परिवार को न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
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