गाजियाबाद। डीसीपी ग्रामीण के पीआरओ सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा पर एक कवयित्री ने कविनगर थाने में दुष्कर्म, गर्भपात, धमकी देने समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।पुलिस कमिश्नर के आदेश पर एफआईआर दर्ज होते ही डीसीपी ने अपने पीआरओ को हटा दिया है।
कविनगर थाना क्षेत्र निवासी कवियत्री के अनुसार अप्रैल माह में घर जाने के लिए डासना बैरियर के पास खड़ी थीं। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी आया और उसने उनसे खड़ा होने का कारण पूछा। बातचीत बढ़ने पर पुलिस की वर्दी में देख उन्होंने उसे नाम पता और मोबाइल नंबर दे दिया। कवियत्री का कहना है कि उस व्यक्ति ने खुद को सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा बताया। आरोप है कि दरोगा अक्षय मिश्रा ने कवयित्री से नंबर लेने के बाद फोन पर बातचीत करना शुरू कर दिया और कवयित्री से करीबी बढ़ाकर चाय पीने के बहाने फ्लैट पर जाने लगा। चार मई 2022 को भी दरोगा उनके फ्लैट पर गया। उस दिन जब कवयित्री चाय लेकर आई और नाश्ता लेने के लिए रसोई में गई तो दरोगा ने उनकी चाय में नशीला पदार्थ मिला दिया। चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गईं। उनका आरोप है कि जब उन्हें होश आया तो वह निर्वस्त्र बिस्तर पर थी और दरोगा भी वहीं मौजूद था।
फोटो वायरल करने की धमकी दी
शिकायत के अनुसार, कवयित्री ने खुद को निर्वस्त्र अवस्था में देखकर इसका विरोध किया तो दरोगा ने उनकी फोटो वीडियो वायरल करने की धमकी दी। ऐसा करके दरोगा नवंबर तक लगातार उनके फ्लैट पर आता रहा और दुष्कर्म करता रहा। इसी बीच वह गर्भवती हो गई तो उसने जबरन दवाएं देकर गर्भपात करा दिया।
दरोगा ने शादी करने का दिया था झांसा
दरोगा ने ये भी झांसा दिया कि वो फैमिली में बात करके कवियत्री से शादी कर लेगा। पीड़िता का कहना है कि इस बीच वो गर्भवती हुई तो दरोगा ने दवाइयां खिलाकर गर्भपात करा दिया। आरोप है कि दरोगा ने पीड़िता से 8 मई से नवंबर 2022 तक गंदा काम किया। अब दरोगा पीड़िता को जान से मारने की धमकी दे रहा है।
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