बागपत। यूपी के बागपत में 7 साल के मासूम का शव मिलने से हड़कंप मच गया। 40 लाख की फिरौती वसूलने के लिए चाचा और चचेरे भाई ने अपने एक साथी के साथ मिलकर शौर्य का अपहरण कर स्कूली बैग की डोर से गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपियों ने दादा की पेंशन की रकम हड़पने के लिए इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया था।
ग्राम फखरपुर निवासी सोहनपाल उर्फ सोनू का छह वर्षीय इकलौता बेटा शौर्य कक्षा एक का छात्र था। शौर्य 15 दिसंबर की शाम करीब साढ़े पांच बजे ट्यूशन से घर लौट रहा था। घर से करीब 60 मीटर की दूरी से रहस्यमय ढंग से गायब हो गया था। पुलिस ने शक के आधार पर सोहनपाल के चचेरे भाई विनीत, परिवार के भाई लगने वाले अक्षित व गांव के डैनी उर्फ नीरज पंडित को सोमवार शाम को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
एसपी नीरज कुमार जादौन के अनुसार इन तीनों ने सख्ती से पूछताछ करने पर हत्या करने की बात कबूल की। पुलिस ने शव गांव से करीब एक किमी दूर खेत से बरामद किया। । एसपी के अनुसार शौर्य के दादा जगवीर कुछ समय पहले ही एमटीएनएल से सेवानिवृत्त हुए थे। उनको 30 लाख रुपये से ज्यादा मिले थे। इस बारे में विनीत को पता था और उसने अक्षित व डैनी के साथ मिलकर योजना बनाई कि शौर्य का अपहरण करके हत्या कर देंगे। इसके बाद मामला शांत होने पर परिजनों से रुपये मांग लेंगे। इसलिए उन्होंने 15 दिसंबर को शौर्य को खेत में ले जाने के बाद गला दबाकर हत्या कर दी और शव को गड्ढे में दबा दिया। पुलिस ने शव को आरोपियों की निशानदेही पर बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मासूम को बाइक पर बैठने का था शौक
पुलिस के मुताबिक शौर्य को बाइक पर बैठने का बेहद शौक था और यह बात अक्षित अच्छे से जानते था। वह अपने दोस्त डैनी के साथ बाइक पर बैठा कर घुमाने का लालच देकर शौर्य को साथ ले गए। जिसके बाद उन्होंने गांव से बाहर जाते ही बड़ी ही बेरहमी से शौर्य की हत्या कर दी। इसी के बाद उन्होंने उसकी हत्या कर स्कूल बैग सहित उसकी लाश गड्ढे में छिपा दी।
पुलिस के साथ शौर्य को तलाशते रहे आरोपी
शौर्य की हत्या करके शव दबाने के बाद आरोपी चाचा विनीत, परिवार में भाई लगने वाला अक्षित, डैनी तीनों गांव आ गए। वे शौर्य के परिजनों के साथ मिलकर उसकी तलाश में जुट गए। वे पांच दिन तक शौर्य को तलाशने का नाटक करते रहे और शौर्य के परिवार को सांत्वना भी देते रहे। बताया कि पांच दिन तक विनीत समेत तीनों आरोपी शौर्य के परिवार व पुलिस के बीच होने वाली बातचीत से लेकर अन्य गतिविधियों की जानकारी जुटाते रहे।
भाई, यहां तो मैं तलाश कर चुका हूं…..
जहां पर शौर्य का शव मिला, वहां पर शौर्य के पिता ने पूर्व में कई बार ढूंढने की कोशिश की थी। हर बार विनीत बोल देता था कि भाई यहां पर मैं तलाश कर चुका हूं, यहां पर कुछ नहीं है। वहीं, पुलिस ने अक्षित को सोमवार को थाने लाकर पूछताछ की थी, लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। गांव के एक जिम्मेदार व्यक्ति के साथ अक्षित के स्वजन भी थाने पहुंचे थे, उन्होंने अक्षित को निर्दोष बताते हुए पुलिस से छोड़ने की मांग की थी। पुलिस ने भी विश्वास कर उसे छोड़ दिया था। मंगलवार को विनीत ने पोल खोली तो पुलिस ने अक्षित को दोबारा से दबोच लिया।
एसपी बागपत के मुताबिक हत्यारे इतने शातिर थे कि महज 15 से 20 मिनट में इस वारदात को अंजाम दिया। जिसमें 5 मिनट में अपहरण कर 10 मिनट के भीतर शौर्य की हत्या कर दी। यही नहीं बल्कि पुलिस की आंख में धूल झोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर बच्चे की तलाश भी करवा रहे थे। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है और उन्हें उनके गुनाहों की सजा दिलाने की तैयारी में जुट गई है।
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