गाजियाबाद। यूनानी चिकित्सा संस्थान के लोकार्पण कार्यक्रम में रविवार को सांसद अनिल अग्रवाल के लिए कुर्सी का व्यवस्था न करने और सांसद का वहां से नाराज होकर लौटने का मामला तूल पकड़ लिया है। सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल ने सोमवार को आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को शिकायत भेजी है।
सांसद अनिल अग्रवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि प्रोटोकॉल के मुताबिक यूनानी अस्पताल के किसी अधिकारी को उन्हें निमंत्रण पत्र देकर जाना चाहिए था। ऐसा नहीं किया गया। उनके गेट पर कोई कर्मचारी निमंत्रण कार्ड देकर चला गया। यह भी नहीं पता कि कौन अधिकारी या कर्मचारी आया था। कार्यक्रम में आने के लिए उनके पास गाड़ी भी नहीं भेजी गई। उन्हें गेट पर रिसीव करने भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। प्रोटोकॉल के अनुसार गेट पर रिसीव करने किसी बड़े अधिकारी को आना चाहिए था।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि कार्यक्रम में मंच से नीचे पहली पंक्ति मेें उनकी सीट नहीं थी। उनका कहना है कि यूपी के पूर्व मंत्री व मौजूदा विधायक अतुल गर्ग के लिए भी सीट रिजर्व नहीं रखी गई। जब वह पहुंचे तो किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके मंच से नीचे सोफे पर उन्हें बैठाया गया। करीब 10 मिनट बाद उन्हें मंच पर बुलाया गया। यह अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौरलतब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गाजियाबाद को राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का तोहफा दिया, प्रधानमंत्री ने इसका उद्घाटन वर्चुअल रूप से किया। कार्यक्रम में पहुंचे सांसद अनिल अग्रवाल ने गुस्से में कार्यक्रम को बीच में छोड़कर वापस रवाना हो गए। जब अनिल अग्रवाल वापस जा रहे थे, तो उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह इस संबंध में आयुष मंत्री से शिकायत करने की बात कह रहे हैं। इसके बाद वह गुस्से में गाड़ी में बैठे और निकल गए।
बाद में उन्होंने बताया था कि जब कार्यक्रम में उनके लिए सीट की व्यवस्था के बारे में पूछा तो आयोजक चुप हो गए थे। इस दौरान वहां मौजूद एक अफसर ने एक सीट पर लगी केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद रिटायर्ड जनरल वीके सिंह की चिट को फाड़कर उन्हें बैठने के लिए कहा। इस पर अग्रवाल का कहना था कि यह उनका ही नहीं केंद्रीय मंत्री का भी अपमान है। वह यहां नहीं बैठेंगे और वहां से लौट गए।
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