मास्को। रूस के कैस्पियन सागर तट पर दुर्लभ प्रजाति की 2500 सील बहकर आ गई हैं। ये सभी सील मरी हुई हैं और उनकी मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक कैस्पियन समुद्र तट पर लगभग 2,500 मृत सील पाए गए थे। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने इस कैस्पियन सील को 2008 से ही रेड लिस्ट में शामिल किया था। कैस्पियन सील एक मात्र स्तनधारी जीव है, ये सिर्फ कैस्पियन समुद्र में ही पाई जाती है। ये मरी हुई सील रूस के रिपब्लिक ऑफ दागिस्तान में कैस्पियन सागर तट पर बहकर आई थीं। ये जलक्षेत्र दुनिया में जमीन से चारों से घिरा हुआ है। रूस, कजाकिस्तान, अजरबैजान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान पांच, ऐसे देश हैं, जो कैस्पियन सागर की सीमा बनाते हैं। कैस्पियन सागर दुनिया का सबसे बड़ा अंतर्देशीय जल निकाय है।
कैस्पियन सील का वजन 100 किलो तक
मंत्रालय ने कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि उनकी हिंसक कारणों से मौत हुई। मछली पकड़ने की कोई जाल भी नहीं मिली है। एजेंसी ने बताया कि जांचकर्ता पूरे तटीय इलाके की गश्त कर रहे हैं ताकि और सील के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। वहीं कैस्पियन पर्यावरण सेंटर के विशेषज्ञ इन सील के नमूनों की जांच कर रहे हैं ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके। इससे पहले इसी साल कजाखस्तान के समुद्री तटों पर 140 कैस्पियन सील मृत पाई गई थी।
आखिर क्यों बढ़ती गई मौतों की संख्या
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के मुताबिक सील के मरने और शिकार होने का एक प्रमुख कारण जलवायु परिवर्तन भी हो सकता है, यही वजह है कि कैस्पियन सील की संख्या प्रभावित हो रही है। इस घटना के बाद दागिस्तान मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में अभी भी कैस्पियन सील की एक स्थिर आबादी है, जो 270,000 से 300,000 के बीच है। एक सील रिपक्व होने पर वे 1.6 मीटर (5.2 फीट) से अधिक की लंबाई और 100 किलो तक वजनी हो सकता है।
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