गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन में फ्लैट दिलाने के नाम पर बाप-बेटों द्वारा सॉफ्टवेयर इंजीनियर से लाखों की ठगी के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है। हालाँकि केस दर्ज होने के करीबन 10 दिन बाद भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है।
कविनगर थाना क्षेत्र के विला आनंदम मेरठ रोड निवासी प्रभात कुमार पुत्र बलराम सिंह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उन्होंने राजनगर एक्सटेंशन में वीवीआईपी मंगल परियोजना में नवंबर 2019 में 2580 वर्ग फीट का प्रीमियम फ्लैट बुक किया था। प्रभात कुमार ने बताया कि इस सोसायटी के सम्बन्ध में उन्होंने एक विज्ञापन के जरिए जानकारी मिली थी, इसके बाद उनकी मुलाकात विभोर वैभव इंफाहोम्स प्राइवेट लिमिटेड वीवीआईपी मंगल राजनगर एक्सटेंशन के सीएमडी प्रवीन त्यागी से हुई। जिसके बाद उन्होंने अलग अलग किश्तों में बिल्डर को करीबन 43 लाख रुपए दे दिए। लेकिन बिल्डर ने उन्हें फ्लैट पर कब्जा नहीं दिया और अब रुपये लौटाने से मना कर रहा है। रुपये वापस मांगने पर प्रवीन और उसके बेटे वैभव, विभोर जान से मारने की धमकी देते है।
प्रभात ने बताया कि जानकारी करने पर पता चला कि बिल्डर ने उन्हें फर्जी नक्शा और बुकलेट दिखाकर झांसा में लेकर रुपये ऐंठ लिए हैं। आरोप है कि बिल्डर ने उन्हें अपने कार्यालय बुलाकर कहा कि कोई और फ्लैट ले लो नहीं तो दिए हुए रुपये को भूल जाओ। रुपये मांगने पर जान से मारने की भी धमकी दी है।
प्रभात कुमार का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस और जीडीए से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में उन्होंने कोर्ट का सहारा लेकर बिल्डर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। नंदग्राम थाना प्रभारी रमेश सिंह सिद्धू का कहना है कि मामले में बिल्डर प्रवीन त्यागी, वैभव और विभोर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।
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