दिल्ली। दिल्ली में शराब नीति को लेकर हुए घोटाले मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है। सीबीआई ने मंगलवार को कारोबारी विजय नायर को अरेस्ट किया है। विजय नायर को सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया था वहां पूछताछ के बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि आरोपी प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी है। इस संबंध में आम आदमी पार्टी ने पूरी कार्रवाई को अवैध करार देते हुए इसके लिए भाजपा पर आरोप लगाया है।
नायर, ओनली मच लाउडर (Only Much Louder) के पूर्व सीईओ और मनोज राय, पर्नोड रिचर्ड के पूर्व कर्मचारी, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढाल और इंडो स्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू कथित रूप से दिल्ली आबकारी नीति को तैयार करने और लागू करने में सक्रिय रूप से शामिल थे। सीबीआई ने दिल्ली की नई आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा है कि इस नीति को निविदा के बाद लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने के इरादे से पेश किया गया था।
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत आठ आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर नोटिस जारी किया है। एफआईआर में कुल नौ लोग नामजद हैं, जिनमें सिर्फ पेरनोड रिकार्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज राय के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी नहीं किया गया है। वहीं प्रवक्ता अक्षय मराठे ने कहा कि विजय नायर हमारी पार्टी के संचार प्रभारी थे। उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है। यह गिरफ्तारी पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध के तहत की गई है। विजय गुजरात चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रहे थे।
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