गाजियाबाद। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों की तलाश में जारी अभियान के बीच मंगलवार को एटीएस, एनआईए की टीम ने मोदीनगर थाने की पुलिस के साथ कलछीना गांव में फिर छापेमारी की। इस दौरान 12 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
भोजपुर थाना क्षेत्र के कलछीना गांव में मंगलवार तडके 12 लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि टीम को इनके पास से क्या बरामद हुआ है, इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है। आरोपियों में एक यूट्यूबर हसन अली भी है। वह कलछीना टाइम्स के नाम से अपना एक समाचार पत्र भी निकालता है। एटीएस व एनआईए की टीम हसन अली के समाचार पत्र और यूट्यूब पर डाली गई वीडियो की छानबीन कर रही है। हसन अली के साथ साथ हिरासत में लिए गए सभी लोगों से उनके बैंक खातों की डिटेल व उनकी आर्थिक स्थिति की भी अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं।
पांच दिन पहले भी कलछीना गांव में एटीएस की टीम छापेमारी करने पहुंची थी। इस दौरान टीम ने पीएफआई से जुड़े एक सदस्य परवेज आलम को पकड़ा था लेकिन तभी गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गयी। जिसके चलते मौका पाकर परवेज आलम टीम की पकड़ से फरार हो गया। वहीं इस इस बार एटीएस टीम जब गांव कलछीना में छापा मारने गई तो उसने भोजपुर थाना पुलिस को अपने साथ नहीं लिया। इस बार एटीएस ने अपनी कार्रवाई में भोजपुर की बजाय मोदीनगर थाने की पुलिस फोर्स को साथ लिया है। क्योंकि आरोपी परवेज आलम के भागने और महिलाओं का एटीएस से उलझने की खबर लीक करने का भोजपुर पुलिस पर आरोप लगा था। ग्रामीणों को पहले से ही इसकी खबर मिल जाने से वह सचेत हो गए थे। विभागीय स्तर पर भी इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
सीओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि अभी परवेज का कोई पता नहीं चला है। उसकी तलाश में एनआईए, एटीएस के साथ-साथ पुलिस भी दबिश दे रही है। फिलहाल जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी। पिछले सप्ताह दी गई दबिश में एनआईए की टीम शामिल नहीं थी।
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