रायबरेली। यूपी के रायबरेली मे शिक्षकों की प्रताड़ना से तंग एक छात्र में फांसी लगा ली। मृतक छात्र के कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमे बायोलॉजी विषय की शिक्षिका की डांट से आहत होकर फांसी लगाने की बात लिखी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
रायबरेली में मिल एरिया थाना क्षेत्र के सेंट पीटर्स स्कूल के छात्र यश सिंह मौर्य (12) ने शिक्षिका व प्रधानाचार्य की प्रताड़ना से आहत होकर गुरुवार को पंखे के हुक से दुपट्टे से लटककर जान दे दी। मृतक यश बछरावां थाना क्षेत्र के सहगों गांव के रहने वाला है और अपने चाचा के यहाँ रहकर पढाई करता था। गुरुवार को बायोलॉजी की परीक्षा में नकल करते पकड़ने पर शिक्षिका ने उसकी न सिर्फ पिटाई की बल्कि सबके सामने अपमानित भी किया। फिर प्रधानाचार्य के पास ले गईं। उन्होंने भी उसी तरह अपमानित किया। इससे न्नाराज यश घर पहुंचा और बिना कुछ कहे घर के सबसे ऊपर वाले कमरे में चला गया। सुसाइड नोट लिखकर पंखे से लटक गया।
छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैंने पेपर में चीटिंग की। बॉयोलॉजी के पेपर में। मैं मरने जा रहा हूं। इसके लिए मेरे अंकल-आंटी, मम्मी-पापा को दोष मत देना। गलती करने के बाद किसी को एक मौका जरूर देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मैं अपनी गलती पर खूब रोया। मैं शर्मिंदा था। मेरे साथियों ने भी शेम-शेम बोला। अब मेरा दिमाग मेरे वश में नहीं है। मुझे बुरे ख्याल आ रहे हैं। मैं माता-पिता, साथियों व टीचर्स से सॉरी बोलता हूं।
यश के पिता राजीव मौर्या का कहना है कि अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए बच्चे को रायबरेली में अपने से दूर चाचा के पास रखा था। मुझे क्या पता था कि मेरा बच्चा अध्यापकों की वजह से हमेशा के लिए दूर हो जाएगा।
पिता राजीव मौर्या समेत अन्य घरवालों ने आरोप लगाया कि यश यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका। सीओ सदर वंदना सिंह ने बताया कि उनकी शिकायत पर प्रधानाचार्य रजनाई डिसूजा और शिक्षिका मोनिका मागो पर केस दर्ज कर लिया गया है।
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