दिल्ली। दिल्ली में चार पहिया वाहनों में पीछे बैठकर सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक जगह-जगह अभियान चलाकर गाडी में पिछली सीट पर सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले लोगों के चालान किए जा रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस की नई दिल्ली रेंज की डीसीपी आलाप पटेल ने बताया कि पिछली सीट पर सीट बेल्ट लगाने को लेकर नियम पहले से हैं। लोग बेल्ट लगाते नहीं थे। उन्होंने कहा कि पिछली सीट पर सीट बेल्ट लगाना सभी को अनिवार्य है। हाल ही में केंद्रीय सड़क- परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि कार में बैठने वाले सभी लोगों के लिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है।
लोगों को जागरूक के लिए दिल्ली ट्रैफिक की नई दिल्ली रेंज पुलिस अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत सीट बेल्ट नहीं पहनने वाले लोगों का दूसरे दिन 41 लोगों को चालान किया गया। पहले दिन 17 लोगों को चालान किया गया था।
इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस पूरी दिल्ली में कार के शीशों पर काली फिल्म लगाकर चलने वालों के खिलाफ अभियान चला रही है। काली फिल्म लगाकर चलने वाले 66 लेगों के चालान किए गए। गाड़ी चलाने पर एक नाबालिग का भी चालान किया गया।
दरअसल, सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री और उनके मित्र जहांगीर पेंडोला की मौत ने इस चर्चा को फिर बल दिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार की पिछली सीट पर बैठे मिस्त्री और पेंडोला ने बेल्ट नहीं लगाई थी औऱ यही उनके लिए जानलेवा साबित हुआ।
सेंट्रल मोटर व्हीकल रुल्स में इस संबंध में प्रविधान किया गया है। हालांकि इस बारे में जागरुकता की कमी है। सड़क सुरक्षा की दिशा में काम करने वाले एनजीओ सेवलाइफ के सर्वेक्षण में सामने आया था कि मात्र 7 प्रतिशत लोग ही पिछली सीट पर बेल्ट लगाते है। इस मामले में जागरुकता ने होना भी है। बमुश्किल ही कहीं पिछली सीट पर बेल्ट न लगाने के कारण चालान का कोई मामला देखा जाता है। चालान नहीं कटने के कारण कानून जाजने वाले भी बहुत से लोग लापरवाही करते है।
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