गाजियाबाद। मुरादनगर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बुधवार की रात करीब आठ बजे खाना खाने के बाद 29 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। फूड प्वाइजनिंग की शिकार सभी छात्राओं को मुरादनगर सीएचसी में भर्ती कराया गया। उल्टी-दस्त न रुकने पर 17 को संयुक्त जिला अस्पताल में भेजा गया। डीएम ने भोजन क्वालिटी की जांच का आदेश दिया है। जो भोजन छात्राओं को परोसा गया था, उसे जांच के लिए कब्जे में ले लिया गया है।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 80 छात्राएं अध्ययनरत हैं। यहां पर कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई होती है। रात में छात्राओं की तबियत खराब हुई तो स्कूल स्टाफ की सूचना पर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया। रात करीब सवा नौ बजे छात्राओं को गाजियाबाद के संयुक्त जिला अस्पताल लाया गया। इसमें से 17 छात्राओं को गाजियाबाद के लिए रेफर कर दिया है, जबकि 12 छात्राएं सीएचसी पर भर्ती हैं। फिलहाल सभी की हालत ठीक है।
छात्राओं ने बताया कि दोपहर लंच में उड़द की दाल बनाई गई थी। यही दाल उन्हें डिनर में भी दी गई। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने शाम के खाने में उड़द की दाल, चावल और आलू की सब्जी खाई थी। इसका स्वाद खाने में ठीक नहीं था। ऐसे में माना जा रहा है कि दाल खराब हो गई, जिस वजह से छात्राओं की तबियत बिगड़ी है।
रात में ही डीएम राकेश कुमार सिंह, सीएमओ भवतोष शंखधर, बीएसए विनोद मिश्र समेत तमाम अफसरों ने अस्पताल और स्कूल का दौरा किया। स्कूल में तीन डॉक्टरों की टीम लगाकर सभी छात्राओं की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम राकेश कुमार सिंह एक-एक छात्रा से मिले और उनकी तबीयत के बारे में पूछताछ की। दो छात्राओं ने पेट दर्द की शिकायत की तो बोले कि धीरे-धीरे ठीक हो जाओगी बेटी। घबराने की जरूरत नहीं है। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि छात्राओं का बेहतर तरीके से इलाज किया जाये। जबकि सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार ने बताया कि छात्रावास के रसोईघर से खाने के नमूने लिए गए हैं।
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