गाजियाबाद। मसूरी इलाके में हत्या की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मसूरी थाना क्षेत्र में दसवीं के एक छात्र ने स्कूल और पढ़ाई से छुटकारा पाने के लिए आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले अपने दोस्त की हत्या कर दी। पहले उसका गला दबाया और फिर बीयर की बोतल फोड़कर उसके कांच से गला रेत दिया। पुलिस आज हत्यारोपी को किशोर न्याय बोर्ड में पेश करेगी।
थाना क्षेत्र में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के नीचे सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे 13 वर्षीय किशोर की लाश बरामद हुई। उसकी पहचान नीरज पुत्र विनोद जाटव के रूप में हुई, जो आकाशनगर फेज-2 का रहने वाला था। उसके गले पर खून का निशान था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। छानबीन में पता चला कि वो आखिरी बार उसी इलाके के रहने वाले 16 साल के किशोर के साथ देखा गया था। पुलिस ने जब किशोर को हिरासत में लिया तो उसने हत्या की बात कबूल ली।
आरोपी से पूछताछ के हवाले से एसपी देहात डॉ. ईरज रजा ने बताया कि उसे स्कूल जाना अच्छा नहीं लगता था। परिवार के लोग दबाव बनाकर भेज देते थे लेकिन वहां उसका मन नहीं लगता था। वह पढ़ाई में कमजोर था, अंक बहुत कम आते थे। महीने में दस से ज्यादा छुट्टी कर लेता था। इस वजह से 10वीं में लगातार दो बार फेल हो चुका है। तीसरी बार वह 10वीं की पढ़ाई कर रहा है। मां-बाप पढ़ाई के लिए उस पर खूब दबाव बनाते हैं, लेकिन पढ़ाई में मन नहीं लगने की वजह से वह मां-बाप से दूर रहना चाहता था, ताकि उस पर इस तरह का कोई दबाव न बने।
उसने बताया है कि उसने कई जगह सुना कि जेल में पढ़ाई नहीं होती है। इसी से यह सोच लिया कि अगर वह जेल चला जाए तो पढ़ाई से छुटकारा मिल जाएगा। इसके बाद वह जेल जाने के तरीके सोचने लगा। उसे लगा कि हत्या के जुर्म में जेल में लंबे समय रहेगा, इसलिए यह वारदात की।
पुलिस ने बताया कि उसकी प्लानिंग थी कि अगर जेल चला जाए तो वहां पढ़ाई का दबाव नहीं बनेगा। मां-बाप की डांट सुनने को नहीं मिलेगी और दोनों वक्त का खाना भी मिलता रहेगा। जेल में क्या-क्या होता है, कैसा रहन-सहन होता है, इसके लिए छात्र ने मोबाइल पर कई वीडियो भी देखा। एक गैंगस्टर की वीडियो भी देखने की बात सामने आई। खैर, जब छात्र ने पूरा मन बना लिया तो उसे एक ऐसे मोहरे की तलाश थी, जिसके सहारे वो जेल जा सके। आखिर उसकी तलाश नीरज पर जाकर रुकी, जो उसके साथ पढ़ता था।
तीन दिन से नीरज की हत्या करने एक ही जगह ले जा रहा था
आरोपी, नीरज को तीन दिन से मारने की फिराक में था। इसलिए वो उसको रोजाना उसी पॉइंट पर लेकर जा रहा था, जहां अब हत्या की है। हालांकि वह वारदात में सफल नहीं हो रहा था। सोमवार को उसने फिर ऐसा ही किया। दोनों छात्र स्कूल से घर आए। कुछ देर में आरोपी, नीरज के घर पहुंचा और घूमने के बहाने उसको साथ ले गया। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के नीचे सुनसान जगह है। एक्सप्रेस-वे की ऊंचाई अधिक होने से नीचे की तरफ किसी की निगाह नहीं जाती। गांव के लोग भी वहां नहीं जाते।
ऐसी सुनसान जगह ले जाकर आरोपी किशोर ने छात्र नीरज का पहले गला दबाया। वो बेहोश हो गया। पास में ही बियर की एक खाली बोतल पड़ी थी। आरोपी ने बोतल तोड़ी और फिर उसके कांच से नीरज की गर्दन पर वार किया। इससे नीरज की गर्दन से काफी खून बहने लगा। आरोपी चाहता था कि नीरज के मरने की पुष्टि हो जाए। काफी देर बाद तक जब नीरज के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो आरोपी गांव में वापस आ गया।
पुलिस का कहना है कि नीरज हत्यारोपी की तुलना में शरीर में दुबला-पतला था। वह विरोध नहीं कर पाएगा और आसानी से उसका शिकार बन जाएगा, यही सोचकर आरोपी ने उसे टारगेट बनाया था। पुलिस का कहना है कि दोस्त की हत्या करने वाला छात्र प्रॉपर्टी डीलर का बेटा है। वह मृतक दोस्त के घर भी आता-जाता था।
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