गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच और सिहानी गेट पुलिस ने ई-रिक्शा चोरी करने वाले अंतरराज्यीय जहरखुरानी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इनके पास से लूटी गई चार ई-रिक्शा, नशे की गोली, थ्री व्हीलर और बाइक बरामद की है।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि रजा मस्जिद के सामने लोनी निवासी अबरार उर्फ कल्लू मूल निवासी बुगरासी स्याना बुलंदशहर, अंकुर विहार डीएलएफ निवासी सलीम उर्फ टोला, कब्रिस्तान के पास लोनी निवासी आजम उर्फ नदीम, नसबंदी कॉलोनी लोनी निवासी शाहिद, बाबूनगर लोनी निवासी रहमत, चौहान बांगर गड्ढे वाली मस्जिद सीलमपुर दिल्ली निवासी सलमान, गुलाब वाटिक लोनी बॉर्डर निवासी उमाशंकर राठौर और हाजी बांडे के खेत मुस्ताफाबाद दिल्ली निवासी डॉ. वकील को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह की महिला साथी खजूरी दिल्ली निवासी सरोज फरार है। गिरोह के सदस्यों पर गाजियाबाद में ही 71 मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह के सरगना अबरार और रहमत हैं।
यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर में सवारी बनकर बैठते हैं और विश्वास में लेकर कोल्ड ड्रिंक व जूस में नशे के पदार्थ देकर ई-रिक्शा लूट लेते हैं। लूट के बाद ई-रिक्शा चालक को सुनसान इलाके में फेंक कर फरार हो जाते हैं। पुलिस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जो दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के जिलों में 200 ई-रिक्शा लूट चुके हैं।
क्राइम ब्रांच के प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि यह गिरोह ई-रिक्शा को स्क्रैप के रूप में और बैटरी को निकालकर अलग बेच देता है। एक रिक्शा के बदमाशों को करीब 20 हजार रुपये मिलते थे, जबकि नया ई-रिक्शा डेढ़ लाख रुपये में आता है।
क्राइम ब्रांच के दारोगा प्रजंत त्यागी ने हर चालक को अल्प्राजोलम की 25 से 30 गोलियां पीसकर दी जाती हैं, जिस कारण तीन दिन तक चालक बेहोशी की अवस्था में रहता है। यह गिरोह बाकी से काफी बड़ा है और दिल्ली-एनसीआर में इसके 200 से अधिक सदस्य हैं, जिनमें कई महिलाएं शामिल हैं।
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