लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इसमें 9 उम्मीदवार भाजपा के और चार समाजवादी पार्टी के हैं। यूपी विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव होने थे। जिसमें 13 प्रत्याशियों ने ही नामांकन दाखिल किया था। ऐसे में कोई अतिरिक्त प्रत्याशी न होने की वजह से सभी 13 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन की समय सीमा समाप्त होने के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नौ और समाजवादी पार्टी (सपा) के चार उम्मीदवारों को जीत का सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया।
विधान परिषद की 13 सीटों के लिए चुनाव की नामांकन प्रक्रिया 2 जून को शुरू होकर 9 जून को समाप्त हुई थी। इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) ने चार और भाजपा ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप, आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मश्रि ‘दयालु’, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी के अलावा लखनऊ महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा और कन्नौज के पूर्व विधायक बनवारी लाल दोहरे को विधान परिषद का टिकट दिया था।
वहीं मुख्य विपक्षी दल सपा ने पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, मुकुल यादव, शाहनवाज खान और पूर्व विधायक जासमीर अंसारी को टिकट थमाया था। मुकुल यादव करहल विधानसभा सीट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिये छोड़ने वाले पूर्व विधायक सोबरन सिंह यादव के पुत्र हैं। गौरतलब है कि विधान परिषद की जिन 13 सीटों के लिए चुनाव हुआ है, उनमें से अब तक भाजपा के पास तीन, सपा के पास छह, बसपा के पास तीन और कांग्रेस के पास एक सीट है। इन सदस्यों का कार्यकाल 6 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
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