गुरुग्राम। राजस्थान में भले ही कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीत गए, लेकिन हरियाणा में कांग्रेस विधायकों की पर्याप्त संख्या होते हुए भी राज्य सभा के लिए अपने उम्मीदवार अजय माकन को जीत नहीं दिलवा पाई। यहाँ दो सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार और उसके समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने बाजी मार ली।
हरियाणा के 90 में से 89 विधायकों ने वोट डाला। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। जानकारी के अनुसार भाजपा के पंवार को 31 वोट मिले और वह पहली सीट के लिए निर्वाचित हुए। दूसरे उम्मीदवार को भी जीत के लिए इतने ही विधायकों के वोट चाहिए थे। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के पास 31 सदस्य हैं लेकिन पार्टी से असंतुष्ट चल रहे कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के अधिकृत एजेंट को दिखाए बिना वोट डाला।
माना जा रहा है कि उन्होंने पार्टी प्रत्याशी को वोट नहीं दिया। भाजपा समर्थित कार्तिकेय शर्मा और अजय माकन को प्रथम वरीयता के 29-29 वोट मिले लेकिन दूसरी वरीयता के वोट से कार्तिकेय जीत गए।
पहले वोट के साथ ही हंगामा
तीन उम्मीदवारों के मैदान में होने के कारण पहला वोट डालते ही उच्च-दांव वाले इस राज्यसभा चुनाव में तनाव स्पष्ट था। बीजेपी के अधिकृत एजेंट और हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने जहां पहला वोट डाला, वहीं कांग्रेस की तरफ से बीबी बत्रा के पहला वोट डालते ही बीजेपी और जेजेपी के विधायकों की ओर से आपत्तियां आने लगीं।
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