नई दिल्ली। देश के नए राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को परिणाम आएंगे। राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही ट्टीटर पर सबसे ज्यादा चर्चा में आरिफ मोहम्मद खान का नाम है।
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अगले राष्ट्रपति का चुनाव इससे पहले ही होना है। कयासों में सबसे ज्यादा नाम केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का लिया जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि ऐसा करके पीएम मोदी एक बार फिर विपक्ष को चौंका सकते हैं। याद हो कि 2002 में अटल सरकार ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का नाम राष्ट्रपति के लिए प्रपोज किया था। उसके बाद मुलायम सिंह यादव तक ने एनडीए के पक्ष में वोटिंग की थी।
सोशल मीडिया में राष्ट्रपति के लिए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा है। इस बीच राजनीतिक हलको में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या बीजेपी सभी अनुमानों को खारिज करते हुए आरिफ मोहम्मद खान को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाएगी। क्या आरिफ मोहम्मद खान के नाम पर विपक्ष एकमत हो पाएगा। संभव है पीएम मोदी एक बार फिर विपक्ष को चौंका दें।
आरिफ खान इस वक्त केरल के गर्वनर हैं। आरिफ मोहम्मद वो ही तत्कालीन राजीव गांधी सरकार के मंत्री हैं जिन्होंने शाहबानो केस को लेकर मंत्री पद से पद से इस्तीफा दे दिया था। अपने बयानों में हमेशा कट्टर इस्लाम का विरोध करने वाले और प्रगतिशील मुसलमान की छवि बना चुके आरिफ बेबाकी से बयान देते रहे हैं।
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