नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर बयानबाजी के मामले में भारत सरकार ने ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) को जवाब दिया है। साथ ही भारत ने पाकिस्तान के बयान को बेतुका बताते हुए उसे अपने घर में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की नसीहत दी है।
भाजपा नेता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर को लेकर बयान के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। अरब के कई देशों ने इस टिप्पणी पर आपत्ति प्रकट की और भारतीय राजदूतों को तलब कर नाराजगी प्रकट की। हालांकि, भाजपा ने सभी धर्मों के सम्मान की बात कहते हुए दोनों को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर 57 सदस्यीय मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत को घेरते हुए संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से अपील की है कि भारत में मुसलमामों को निशाना बनाने के खिलाफ जरूरी कदम उठाए जाएं।
ओआईसी के बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने इस संगठन द्वारा भारत को लेकर दिए गए बयान देखे हैं। सरकार ओआईसी सचिवालय के गलत और संकीर्ण बयानों को खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। कुछ लोगों ने एक धार्मिक व्यक्तित्व को अपमानित करते हुए आपत्तिजनक ट्वीट और बयान दिए थे। ये विवादित बयान भारत सरकार की राय से संबद्ध नहीं हैं। आरोपियों के खिलाफ संबंधित संगठन ने कड़ी कार्रवाई की है।
बागची ने कहा कि ओआईसी सचिवालय ने एक बार फिर प्रेरित, गुमराह करने वाली और शरारती टिप्पणी की, यह दुखद है। यह केवल स्वार्थों के इशारे पर चलाया जा रहा विभाजनकारी एजेंडा है। हम ओआईसी सचिवालय को अपना सांप्रदायिक नजरिए छोड़ने और सभी धर्मों का सम्मान करने की अपील करते हैं।
वहीं पाकिस्तान के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने पाकिस्तान के बयानों और टिप्पणियों को देखा है। अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सिलसिलेवार ढंग से हनन करने वालों की बेतुकी बातों का किसी पर असर नहीं पड़ता। उसे किसी दूसरे देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार पर टिप्पणी का हक नहीं है। पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदियों व अन्य अल्पसंख्यकों के संस्थागत उत्पीड़न की दुनिया गवाह रही है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। इसके उलट पाकिस्तान में कट्टरपंथियों की तारीफ कर उनके स्मारक बनाए जाते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम पाकिस्तान से आह्वान करते हैं कि वह खतरनाक प्रचार करने और भारत में सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने की कोशिश करने के बजाय अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करे।
पाकिस्तान ने भारतीय दूतावास प्रभारी को तलब किया
नुपुर शर्मा बयान मामले को लेकर पाकिस्तान ने सोमवार को इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के प्रभारी को तलब किया। प्रभारी से कहा गया कि पाकिस्तान विवादित बयान को बर्दाश्त नहीं करेगा। वह इसकी कड़ी निंदा करता है। इससे पाकिस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुस्लिमों की भावना आहत हुई है। इससे पहले पाक पीएम शहबाज शरीफ ने रविवार को नुपूर शर्मा के बयान की निंदा की और उसे नफरतपूर्ण बताया।
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