गाजियाबाद। किशोरी को परेशान कर जहर खाने के लिए उकसाने के मामले में थाना सिहानी गेट के एसएसआइ प्रभाकर सिंह और पुराना बस अड्डा चौकी के प्रभारी नागेंद्र चौधरी के निलंबन के बाद अब कोतवाल सौरभ विक्रम सिंह को भी एसएसपी मुनिराज जी ने शनिवार देर रात निलंबित कर दिया।
सिहानी गेट क्षेत्र में रहने वाली किशोरी ने 31 मई को जहरीला पदार्थ खा लिया था। छात्रा ने पड़ोस के रहने वाले नितेश से परेशान होकर जान की देने की कोशिश की थी। परिजनों का आरोप है कि वह उनकी बेटी के साथ स्कूल आते-जाते छेड़छाड़ करता है और शादी करने का दबाव बना रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत उसके परिवार से भी लेकिन वह बाज नहीं आया।
रात को परिजनों को जब छात्रा कमरे में बेहोश मिली तो उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस भी सूचना दी थी। वहीं बुधवार सुबह नौ बजे परिजनों ने तहरीर पुलिस को दे दी थी। इसकी सूचना एसएचओ को थी। तहरीर मिलने के बाद भी पुराना बस अड्डा चौकी प्रभारी और एसएचओ सिहानी गेट ने कार्रवाई नहीं की।
एसएचओ बुधवार को अवकाश पर चले गए। उनकी रवानगी बुधवार को थाने में करीब पांच बजे की दर्ज थी। वह बुधवार दोपहर ही एसएसआई को सरकारी मोबाइल नंबर सौंपकर रवाना हो गए थे। एसएसआइ प्रभाकर सिंह और पुराना बस अड्डा चौकी के प्रभारी नागेंद्र चौधरी को एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई न करने और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित न करने के आरोप में सीओ सिहानी गेट आलोक दुबे की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया गया।
एसएसआई प्रभाकर सिंह ने अपने बचाव में शनिवार को एसएसपी के सामने साक्ष्य पेश किए। एसएसआइ प्रभाकर सिंह ने एसएसपी से मिलकर बताया कि छात्रा के जहर खाने की सूचना मिलने के शुरुआती करीब 18 घंटे तक एसएचओ थाने पर ही मौजूद थे। उन्होंने ही चौकी प्रभारी को छानबीन करने के लिए कहा था। इसलिए एसएचओ की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए। प्रभाकर ने खुद को निर्दोष बताया। जिसके बाद शनिवार देर रात एसएसपी ने एसएचओ सिहानी गेट को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जाच बैठा दी है।
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