नॉटिंघम। ब्रिटेन की एक महिला ने एक जैसे 3 बच्चों को जन्म दिया है। एक जैसे दिखने वाले इन बच्चों को ‘स्पॉन्टेनियस आइडेंटिकल ट्रिपलेट’ कहा जा रहा है, एक साथ तीन बच्चे पैसा होना एक आम बात है लेकिन एक जैसे तीन बच्चों का जन्म 2 करोड़ मामलों में एक बार होता है।
यूके के नॉटिंघम में पहली बार मां बनी 28 वर्षीय जहरा अमीराबादी ने दिसंबर 2021 में अपनी तीन बेटियां रोया, अदीना और सेफिया को जन्म दिया। ईस्ट मिडलैंड्स के नॉटिंघम के रहने वाले कपल की फैमिली में जुड़वां बच्चे तो थे लेकिन जहरा को तीन बच्चों के गर्भवती होने की उम्मीद कभी नहीं की थी।
मिरर यूके की रिपोर्ट के मुताबिक एक जैसे तीन बच्चों के होने के बारे में अपने इमोशन को शेयर करते हुए जहरा अमीराबादी ने बताया कि वो अपने पार्टनर अशरफ रीड 12 हफ्ते के स्कैन के लिए रास्ते में मजाक कर रहे थे। जहरा ने कहा, “हम स्कैन के लिए रास्ते में यह कहते हुए मजाक कर रहे थे कि ‘सोचो कि क्या यह जुड़वां बच्चे हैं’, लेकिन अशरफ ने कहा कि यह नहीं हो सकता, और वह सही थे!”
तीन बच्चों की मां जहरा ने आगे कहा, “डॉक्टर ने स्कैन शुरू किया और कहा कि मेरे पास आपको बताने के लिए कुछ है जो हैरान कर सकता है। मेरा दिमाग तुरंत सबसे खराब जगह पर चला गया, मैं सोच रही थी कि शायद कोई दिल की धड़कन या ऐसा कुछ तो नहीं है। लेकिन जब उन्होंने हमें बताया कि यह तीन बच्चे हैं, तो हम इस पर विश्वास नहीं कर सके!” डॉक्टर की ओर से स्पॉन्टेनियस आइडेंटिकल ट्रिपलेट जन्म की खबर उस कपल के लिए एक बड़े झटके जैसी थी।
उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर के बताने के बाद इस खबर ने हमें एक शॉक दिया। हम दोनों बस हंस रहे थे और रो रहे थे और फिर जब डॉक्टर हमें स्कैन पर दिखाने की कोशिश कर रही थी तो मैं कुछ नहीं देख सकी, क्योंकि मेरा पेट हंसने से हिल रहा था। अपनी प्रेगनेंसी के बारे में जानकारी देते हुए जहरा ने कहा कि वह रात भर सोने के लिए जद्दोजहद करती रही।
तीनों बच्चियां अब पांच महीने की हैं। जहरा ने बताया कि तीन बच्चों में से दो प्लेसेंटा शेयर कर रहे थे, जबकि सेफिया अपने दम पर थी। बता दें कि प्लेसेंटा वो जगह होती है, जो मां के गर्भ में बच्चे को सुरक्षा और पोषण दोनों उपलब्ध कराती है। जहरा के मुताबिक डॉक्टरों को शुरू में लगा कि उनके एक जैसे जुड़वां बच्चे हैं – एक लड़का और एक लड़की। उन्होंने 17वीं स्कैन में पुष्टि की कि वे सभी लड़कियां थीं।
मिरर से बात करते हुए महिला ने कहा, “जब वे पैदा हुए थे तो वे एक जैसे दिखते थे, इसलिए हमने एक टेस्ट किया और यह दिखाया कि वे सभी समान थे। उन्होंने बताया कि रोया-अदीना की नाल एक थी, जबकि सेफिया की नाल अलग थी। जहरा ने खुलासा किया कि वह अपनी गर्भावस्था के दौरान लगातार थकी हुई थी, दिन में दो बार झपकी लेती थी, और कहा कि मैं रात में सोने के लिए संघर्ष करती थी। उन्होंने कहा कि मेरे 24 हफ्ते के स्कैन में डॉक्टर ने कहा कि मैं 37 हफ्ते के बच्चे के बराबर ले जा रही थी।
अपने बच्चों के जन्म देने के वक्त को याद करते हुए जहरा ने कहा, “निश्चित रूप से यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन था। मैं उनको जन्म देने के लिए उत्साहित थी, लेकिन मैंने नहीं सोचा था कि यह इतना आश्चर्यजनक होगा। मुझे याद है कि मैंने पहले बच्चे को रोते हुए सुना था और मैं भी रोने लगी थी, फिर मैंने वही काम बार-बार किया, यह बहुत ही खूबसूरत था। उन्होंने आगे कहा था कि सेफिया काफी छोटी पैदा हुई थी, इसलिए उसे बोतल से दूध पिलाने के लिए नियोनेटल यूनिट में ले जाना पड़ा, क्योंकि उसका ब्लड शुगर कम था।
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