नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 31वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर पीएम मोदी, सोनिया और राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बीच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया है जिससे उन्होंने 1984 के सिख दंगों की याद दिला दी। हालाँकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट हटा लिया।
अधीर रंजन ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने एक ग्राफिक के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसपर लिखा था- ‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो घरती कांपती है।’ दरअसल 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी और इसके अगले रोज़ से ही दिल्ली और देश के दूसरे कुछ हिस्सों में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे। इन सिख विरोधी दंगों में 3325 लोग मारे गए थे। जिसमें 2733 सिर्फ दिल्ली में मारे गए थे।
आजाद भारत में हुए इस कत्लेआम के बाद 19 नवंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दिल्ली बोट क्लब में इकट्ठा भीड़ के सामने कहा, “जब इंदिरा जी की हत्या हुई थी, तो हमारे देश में कुछ दंगे-फसाद हुए थे। हमें मालूम है कि भारत की जनता को कितना क्रोध आया, कितना ग़ुस्सा आया और कुछ दिन के लिए लोगों को लगा कि भारत हिल रहा है। जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है।”
प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य में दंगों के दौरान अनाथ और बेघर हो गए उन हजारों सिखों का कोई जिक्र नहीं था। ऐसा लगा मानो उनके जख्मों पर नमक छिड़का जा रहा हो। आम लोगों में यह संदेश गया, ‘मानो इन हत्याओं को जायज ठहराने की कोशिश की गई।’ इस बयान ने उस समय और आने वाले काफी समय तक खूब सनसनी मचाई।
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