नई दिल्ली। क्रिकेट में ‘मांकडिंग’ के जरिए बल्लेबाज को आउट करना अब खेल भावना के खिलाफ नहीं माना जाएगा। एमसीसी (MCC) ने क्रिकेट से जुड़े इस नियम में बदलाव कर दिया है। एमसीसी यानी मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (Marylebone Cricket Club) ने क्रिकेट के कई और नियम बदल दिए हैं, जो इस साल एक अक्टूबर से लागू होंगे।
मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एसीसी) ने क्रिकेट के नियमों (Cricket New Laws) में बदलाव किए हैं। इसमें एक बदलाव है कि अगर ओवर की शुरुआत 5 गेंद पर बल्लेबाज कैच आउट होता है तो नया बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा। अब बल्लेबाज क्रॉस भी करता है तो भी नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा। वहीं, अगर ओवर की अंतिम गेंद पर विकेट गिरता है तो दूसरे छोर का बल्लेबाज अगली ओवर की पहली गेंद पर स्ट्राइक लेगा। पिछले साल इंग्लैंड के नए टूर्नामेंट द हंड्रेड में यह नियम लागू हुआ था।
कोरोना के बाद क्रिकेट के नियमों में कुछ बदलाव किए गए थे, जिसमें गेंद पर थूक लगाने को बैन करना भी शामिल था। अभी गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए सिर्फ पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं। गेंद पर थूक नहीं लगाने का नियम अस्थाई रूप से लाया गया था। अब इसे स्थाई किया जाएगा। थूक का उपयोग उसी तरह का माना जाएगा जैसा गेंद की स्थिति को बदलने के किसी अन्य अनुचित तरीके को माना जाता है। एमसीसी की तरफ से बताया गया कि रिसर्च में पता चला है कि पसीना और थूक जैसा ही काम करता है।
अब बात मांकडिंग की, जैसा कि सब जानते हैं कि यह आउट होने का ऐसा तरीका है, जिसमें स्ट्राइक एंड का बल्लेबाज नहीं, नॉन स्ट्राइकर बैटर आउट होता है। अगर नॉन स्ट्राइक का बैटर गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज छोड़ दे और गेंदबाज गेंद फेंकने की बजाय गिल्लियां गिरा दे तो उसे मांकडिंग कहा जाता है। इस सूरत में नॉन स्ट्राइक के बैटर को आउट करार दिया जाता है। क्रिकेट में यह नियम आज भी लागू है। यह इस साल 30 सितंबर तक लागू रहेगा। एक अक्टूबर से आउट होने का यह तरीका बना तो रहेगा लेकिन उसका नाम बदल जाएगा।
आपके मन में सवाल उठ सकता है कि जब बल्लेबाज उसी तरीके से आउट होता रहेगा, जैसे मांकडिंग में आउट होता था, तो फिर बदला क्या है। इसका जवाब साफ है। पहले मांकडिंग को आईसीसी नियमों में Law 41.16 के तहत रखा गया था, जो अनफेयर प्ले की श्रेणी में आता था। नियम बदलने के बाद मांकडिंग के इस तरीके को रन आउट की श्रेणी (Law 38) में रख दिया गया है यानी अब मांकडिंग को रन आउट कहा जाएगा। इस तरह अब मांकडिंग यह अनफेयर प्ले की श्रेणी से बाहर हो गया है।
‘मांकड़िंग’ को लेकर IPL 2019 के सीजन में विवाद खड़ा हो गया था। किंग्स इलेवन पंजाब के तत्कालीन कप्तान रहे रविचंद्रन अश्विन का राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकड़ करने का विवाद सुर्खियों में रहा था। अब नियमों में संशोधन के बाद किसी तरह के विवाद की गुंजाइश नहीं रह गई है।
डेड बॉल के नियम में भी बदलाव किया गया है। मैच के मैदान में किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है, तो यह डेड बॉल करार दी जाएगी। कई बार मैच के दौरान फैंस या कुत्ते मैदान में आ जाते हैं। इससे खेल पर असर पड़ता है तो अंपायर डेड बॉल का संकेत देंगे।
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